यहां बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu Vishwavidyalya) में हाल ही में आयोजित एमए इतिहास की परीक्षा में एक सवाल पर विवाद खड़ा हो गया, जहां छात्रों से उस पुस्तक और लेखक का नाम पूछा गया, जिसमें 'औरंगजेब द्वारा आदि विश्वेश्वर मंदिर के विध्वंस' का उल्लेख है। यह सवाल ऐसे समय में पूछा गया था जब ज्ञानवापी मस्जिद(Gyanvapi Mosque)आदि विश्वेश्वर मंदिर(Vishveshwar Temple) विवाद को लेकर मामला अभी अदालत में चल रहा है।
इस सवाल ने एक नई पंक्ति शुरू कर दी है, जहां प्रदर्शनकारी (मुख्य रूप से छात्र) दावा कर रहे हैं कि सवाल विवाद में हिंदू पक्ष के पक्षपाती है।
प्रश्न एमए(M.A) इतिहास परीक्षा में रखा गया था।
वर्तमान ज्ञानवापी मस्जिद कथित रूप से वही स्थल थी जहां आदि विश्वेश्वर मंदिर हिंदू देवता शिव को समर्पित था। हालाँकि, ये दावे हिंदू धर्म के अनुयायियों के हैं और मुस्लिम धर्म का पालन करने वाले इस दावे पर बहस करते हैं।
1991 में, स्थानीय पुजारियों ने एक याचिका दायर कर उत्तर प्रदेश(Uttar pradesh) के वाराणसी(Varanasi) में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पूजा करने की अनुमति मांगी थी।
वर्षो से, कई याचिकाएं दायर की गई हैं जिनमें दावा किया गया है कि काशी विश्वनाथ(Kashi Vishwanath) मंदिर के कुछ हिस्सों को ध्वस्त करके मस्जिद का निर्माण किया गया था।मामला फिलहाल कोर्ट में है।