
मुख्यमंत्री रेखा ( Chief Minister Rekha Gupta) गुप्ता ने इस बार सामने मेज रखकर 'जन सुनवाई' की। हमले से पहले वे लोगों के पास जाकर शिकायतें सुनती थीं। इस बार सामने मेज रखी गई है। कार्यक्रम में लोग एक-एक करके उनके पास आकर अपने आवेदन जमा कर रहे थे।
इसके अलावा, 'जन सुनवाई' कार्यक्रम में भारी सुरक्षा देखी गई। कुछ सुरक्षाकर्मी मुख्यमंत्री (security personnel chief minister) के आसपास खड़े रहे, जबकि कुछ सुरक्षाकर्मी फरियादियों के पास खड़े होकर व्यवस्था संभालते नजर आए। सुरक्षा उपायों में पुलिसकर्मियों की ओर से मेटल डिटेक्टर से लोगों की तलाशी लेना और सीसीटीवी कैमरों से कार्यक्रम की निगरानी करना शामिल था।
कार्यक्रम सुबह 8 बजे शुरू हुआ, जिसमें राजधानी के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी शिकायतें रखीं और उनसे मदद मांगी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की ओर से 'जन सुनवाई', जिसमें वह लोगों से मिलती थीं, उनकी शिकायतों का निवारण करती थीं, अपने कैंप कार्यालय में उनकी मदद करती थीं, 20 अगस्त को हुए हमले के बाद बाधित हो गई थी। 'जन सुनवाई' के दौरान राजेश खिमजी नामक व्यक्ति ने उन पर हमला किया था।
कार्यक्रम के दौरान राजेश खिमजी ने कथित तौर पर सीएम रेखा गुप्ता को कुछ कागज दिए, और फिर अचानक हमला बोल दिया। राजेश खिमजी ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारा। इस हमले में वे जमीन पर भी गिर गई थीं। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों और जनता ने समय रहते आरोपी को काबू कर लिया। हमले के बाद रेखा गुप्ता ने स्पष्ट कर दिया था कि 'जन सुनवाई' जारी रहेगी।
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