क्या भारत भी बनते जा रहा है जापान?

देश में बुजुर्गों की आबादी बढ़ने का सिलसिला 2010 से शुरू हुआ है। मौजूदा चलन के मुताबिक तकरीबन 15 साल में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के नागरिकों की संख्या दोगुनी हो रही है।
UN:-भारत भी अब धीरे-धीरे जापान की तरह बनता जा रहा है।[Pixabay]
UN:-भारत भी अब धीरे-धीरे जापान की तरह बनता जा रहा है।[Pixabay]

भारत भी अब धीरे-धीरे जापान की तरह बनता जा रहा है। जी हां क्योंकि भारत की युवा पीढ़ी अब बहुत जल्द ही वृद्धि होने वाले हैं यानी बूढ़ी होने वाली है। 2050 तक हर पांच में से एक शख्स बुजुर्ग होगा। सदी के अंत में कुल आबादी में 36 फीसदी वृद्ध होंगे, जो अभी महज 10.1 फीसदी हैं। देश में बुजुर्गों की आबादी बढ़ने का सिलसिला 2010 से शुरू हुआ है। मौजूदा चलन के मुताबिक तकरीबन 15 साल में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के नागरिकों की संख्या दोगुनी हो रही है। भारतीय आबादी के बुजुर्ग होने से आने वाली समस्याओं और उनके निदान व समाधान को ध्यान में रखकर संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष व भारत इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पापुलेशन साइंसेज ने बुधवार को इंडिया एजिंग रिपोर्ट, 2023 जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ही नहीं, पूरी दुनिया की आबादी बूढ़ी हो रही है। वैश्विक स्तर पर बात की जाए, तो 2022 में 7.9 अरब की आबादी में से करीब 1.1 अरब लोग 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे। यह आबादी का करीब 13.9 फीसदी हिस्सा है। 2050 तक वैश्विक आबादी में बुजुर्गों की तादाद बढ़कर करीब 2.2 अरब (22%) के करीब पहुंच जाएगी।

बुजुर्गों की संख्या क्यों बढ़ती जा रही है

युवाओं का कहे जाने वाले देश भारत में बुजुर्गों की तादाद बढ़ने की तीन वजह हैं- घटती प्रजनन क्षमता, मृत्यु दर में कमी और उत्तरजीविता में वृद्धि। बीते एक दशक में देश में प्रजनन क्षमता में 20 फीसदी की गिरावट आई है।

 इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि 2022 से 2050 के दौरान देश की कुल आबादी करीब 18 फीसदी बढ़ेगी, जबकि वृद्धों की संख्या में 134 फीसदी की वृद्धि होगी। [Pixabay]
इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि 2022 से 2050 के दौरान देश की कुल आबादी करीब 18 फीसदी बढ़ेगी, जबकि वृद्धों की संख्या में 134 फीसदी की वृद्धि होगी। [Pixabay]

2008-10 के दौरान देश की सकल प्रजनन दर 86.1 थी, जो 2018 से 2020 के दौरान घटकर 68.7 रह गई है।इंडिया एजिंग रिपोर्ट, 2023 में कहा गया है कि 2000 से 2022 के दौरान भारत की कुल आबादी करीब 34 फीसदी बढ़ी है, लेकिन इस दौरान 60 से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या में 103 फीसदी का इजाफा हुआ है। इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि 2022 से 2050 के दौरान देश की कुल आबादी करीब 18 फीसदी बढ़ेगी, जबकि वृद्धों की संख्या में 134 फीसदी की वृद्धि होगी। खासतौर पर 80 से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या में 279 फीसदी की वृद्धि होगी।

कौन सा शहर है सबसे जवान और कौन सा हो चूका बूढ़ा

कुल आबादी में बुजुर्गों के राष्ट्रीय औसत से कम संख्या वाले 11 राज्य हैं। इनमें 7.7% बुजुर्ग आबादी के साथ बिहार देश का सबसे युवा राज्य है।

7.7% बुजुर्ग आबादी के साथ बिहार देश का सबसे युवा राज्य है।[Pixabay]
7.7% बुजुर्ग आबादी के साथ बिहार देश का सबसे युवा राज्य है।[Pixabay]

8.1% बुजुर्ग आबादी के साथ उत्तर प्रदेश दूसरा सबसे युवा राज्य है। शीर्ष पांच राज्यों में असम (8.2%) तीसरे, झारखंड (8.4%) चौथे और राजस्थान व मध्य प्रदेश (8.5%) पांचवें स्थान पर हैं। वहीं 60 पार उम्र की 16.5% आबादी के साथ केरल सबसे बुजुर्ग राज्य है। वहां बुजुर्गों की उत्तरजीविता में वृद्धि व प्रजनन दर में तीव्र गिरावट हुई है। सबसे बुजुर्ग पांच राज्यों में तमिलनाडु, केरल व आंध्र प्रदेश दक्षिण से हैं, हिमाचल व पंजाब उत्तर से हैं। आंध्र (12.3%) पांचवां, पंजाब (12.6%) चौथा, हिमाचल (13.1%) तीसरा और तमिलनाडु (13.7%) दूसरा सबसे बुजुर्ग राज्य है।

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