नर्सों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करते हुए बहुत प्रसन्नता हुई: द्रौपदी मुर्मू

जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, उनमें अलग अलग राज्यों की 51 नर्स और नर्सिंग पेशेवर शामिल हैं।
नर्सों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करते हुए द्रौपदी मुर्मू
नर्सों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करते हुए द्रौपदी मुर्मूIANS

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने सोमवार को 51 नर्सों और नर्सिंग पेशेवरों को वर्ष 2021 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार (National Florence Nightingale Award) प्रदान किए। ये कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati bhawan) में आयोजित किया गया। जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, उनमें अलग अलग राज्यों की 51 नर्स और नर्सिंग पेशेवर शामिल हैं।

नर्सों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करते हुए द्रौपदी मुर्मू
'जन्म से नहीं, कर्म से जाना जाता है मानव' का सटीक उदाहरण हैं Draupadi Murmu

इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि नर्सों को उनके अनुकरणीय कार्य और निस्वार्थ सेवा के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2021 प्रदान करते हुए प्रसन्नता हो रही है। कोरोना महामारी ने दुनिया को हमारी नर्सों की दुर्जेय भावना दिखाई है। इसमें इनका ओवरटाइम काम करना, परिवारों से दूर रहना और अत्यधिक मांग वाली परिस्थितियों में सेवा करना शामिल है।

जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार हर साल भारतीय नर्सिंग परिषद द्वारा विभिन्न श्रेणियों की नर्सों को प्रदान किया जाता है, जिसमें वे पूरे देश से आवेदन आमंत्रित करती हैं और प्रत्येक श्रेणी में कुछ पुरस्कारों का चयन करती हैं।

प्रत्येक श्रेणी में कुछ पुरस्कार
प्रत्येक श्रेणी में कुछ पुरस्कारIANS

गौरतलब है कि राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कारों की स्थापना वर्ष 1973 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार (Ministry of Health and Family Welfare, Government of India) द्वारा समाज में नर्सों और नर्सिंग पेशेवरों द्वारा प्रदान की गई सराहनीय सेवाओं को मान्यता देने के रूप में की गई थी।

आईएएनएस/PT

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