प्रदेश के सबसे लम्बे रनवे से प्रधानमंत्री भरेंगे सबसे पहली उड़ान

कुशीनगर एयरपोर्ट 3.2 किमी लंबा व 45 मीटर चौड़ा एयरपोर्ट है। [ Wikimedia Commons ]
कुशीनगर एयरपोर्ट 3.2 किमी लंबा व 45 मीटर चौड़ा एयरपोर्ट है। [ Wikimedia Commons ]

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर बुधवार को कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण करेंगे । उद्घाटन के बाद पहली फ्लाइट श्रीलंका के कोलंबो से 125 यात्रियों और बौद्ध भिक्षुओं के साथ कुशीनगर एयरपोर्ट के लिए रवाना होगी। प्रधानमंत्री यहाँ एक कार्यक्रम को सम्बोधित करेंगे जिसमे श्रीलंका सरकार के साथ बौद्ध भिक्षु भी शामिल होंगे।

माना जा रहा है की इस हवाई अड्डे का उद्घाटन वैश्विक सांस्कृतिक संबंधों की मजबूती में मील का पत्थर साबित होगा।

बता दें की कुशीनगर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है। यहीं गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। अब इस एयरपोर्ट के बन जाने से देश विदेश से बौद्ध धर्म के अनुयायियों को गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के दर्शन करने की सुविधा होगी। आंकड़े बताते हैं कि पिछल पांच वर्षों में 18 प्रमुख बौद्ध देशों से 42.17 लाख पर्यटक कुशीनगर आए। एयरपोर्ट की सुविधा मिल जाने से अब सीधे पर्यटकों की संख्या में औसतन 20 प्रतिशत बढ़ोतरी का अनुमान है।

कुशीनगर एयरपोर्ट पर बनायी गयी है भगवान बुद्ध की मूर्ति। [ Twitter ]

वहीं इस एयरपोर्ट से पूर्वांचल के विकास में भी बढ़ोतरी होगी। स्थानीय स्तर पर निवेश करने की गति बढ़ेगी। होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवेल एजेंसी, गाइड और हैंडीक्राफ्ट जैसे माध्यमों से हजारों लोग रोजगार पा सकेंगे।

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निवेश के लिए एक बड़ा जरिया साबित होगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश पर्याप्त श्रम शक्ति वाला क्षेत्र है तो जाहिर है यहाँ बड़े उद्यमियों व व्यापारियों को नये उद्योग धंधे स्थापित करने में मदद मिलेगी। उद्यमियों को इस अंचल में निवेश करने के लिए योगी सरकार भी पूरी मदद करेगी। खासकर यहाँ टेराकोटा शिल्प की मूर्तियों, काला नमक चावल व केला फाइबर से बने उत्पादों का वैश्विक बाजार विस्तारित होगा।

कुशीनगर एयरपोर्ट 3.2 किमी लंबा व 45 मीटर चौड़ा एयरपोर्ट है। यह प्रदेश का सबसे लम्बा रनवे है। इसके रनवे की क्षमता 8 फ्लाइट प्रति घंटा है यानि 4 फ्लाइट लैंड कर सकती है और 4 फ्लाइट उड़ान भर सकती है। एयरपोर्ट पर रात में भी उड़ान संभव रहेगा ।

इस शानदार एयरपोर्ट के लिए 5 मार्च 2019 को उत्तर प्रदेश सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच एमओयू हस्ताक्षरित हुआ था और 10 अक्टूबर 2019 को प्रदेश सरकार ने इसे एयरपोर्ट अथॉरिटी को हैंडओवर किया। योगी सरकार ने इसे 24 जून 2020 को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित किया गया और गत 22 फरवरी 2021 को डीजीसीए द्वारा इसे लाइसेंस भी प्रदान कर दिया गया।

उड़ानों की बात करें तो कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से श्रीलंका, जापान, चीन, ताइवान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर, वियतनाम समेत दर्जनों दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए सीधे हवाई उड़ान हो सकेंगी। इससे पर्यटकों के साथ विदेशों में काम करने वाले लाखों प्रवासियों को भी आसानी हो जाएगी ।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा ," कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से समूचे पूर्वांचल की तस्वीर बदल जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निरंतर प्रयासों से ही दशकों से लंबित यह ऐतिहासिक कार्य पूरा हो सका है। इससे वैश्विक संबन्ध तो मजबूत होंगे साथ ही युवाओं को और ज्यादा रोजगार मिलेगा। यह सचमुच में पूर्वांचल के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।" (आईएएनएस)

Input: IANS; Edited By: Manisha Singh

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