अब जैसा कि हम सब जानते हैं की धनतेरस का त्यौहार आ चुका है। हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस पर्व मनाया जाता है। इस साल धनतेरस पर्व 10 नवंबर को है और इस दिन झाड़ू खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता है। हालांकि झाड़ू खरीदते समय का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। पंडित आशीष शर्मा के मुताबिक धनतेरस के दिन यदि शुभ समय में झाड़ू खरीदी जाए तो पूरे वर्ष देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। तो क्या है झाड़ू खरीदने से जुड़े महत्व और पौराणिक कथा आइए जानते हैं।
पंडित आशीष शर्मा के अनुसार मत्स्य पुराण में बताया गया है कि झाड़ू देवी लक्ष्मी का रूप होती हैं। यह घर में स्वच्छता लाती हैं पौराणिक मान्यता भी है की देवी लक्ष्मी का वास उसी स्थान पर होता है जहां पर साफ सफाई होती है। धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में झाड़ू खरीदने से साल भर मां लक्ष्मी का घर में वास बना रहता है।
धनतेरस के दिन कभी भी रात में झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए इस दिन दोपहर के बाद और सूर्यास्त के पहले खरीद ले। रात के समय झाड़ू खरीदने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए धनतेरस पर विषम संख्या में झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए हमेशा सम संख्या यानी 2,4,6, 8 ही झाड़ू खरीदना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक झाड़ू खरीद कर लाने के बाद उसे सफेद रंग का धागा बांधना चाहिए ऐसा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न रहते हैं।
घर में झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए हमेशा लिटा कर ही रखना चाहिए। घर में झाड़ू को ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां बार-बार दिखाई नहीं देती हो घर में कभी भी टूटी हुई झाड़ू नहीं रखनी चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि झाड़ू को कभी भी गलती से भी पर नहीं लगना चाहिए धनतेरस के अलावा अमावस्या मंगलवार शनिवार और रविवार के दिन झाड़ू खरीदना शुभ होता है।