शीतकाल के लिए जल्द बंद होगे बदरीनाथ धाम के कपाट, शीघ्र करें दर्शन

गुरुवार को सुबह चार बजे केदारनाथ धाम में भगवान का अभिषेक किया गया। जिसके बाद उन्हें समाधि दी गई।
बदरीनाथ धाम
बदरीनाथ धामWikimedia
Published on
2 min read

विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ (Kedarnath) के कपाट भैया दूज (Bhai Dooj) को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। आगामी छह माह की पूजा अर्चना एवं भोले बाबा के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ (Ukhimath Omkareshwar Temple) में होंगे। आज ही यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) के कपाट भी दोपहर 12:09 बजे बंद कर दिए गए। एक दिन पहले गंगोत्री (Gangotri) धाम के कपाट भी बंद कर दिए गए थे। वहीं, बदरीनाथ (Badrinath) धाम के कपाट 19 नवंबर को बंद होंगे। गुरुवार को सुबह चार बजे केदारनाथ धाम में भगवान का अभिषेक किया गया। जिसके बाद उन्हें समाधि दी गई।

बदरीनाथ धाम
नए रिकॉर्ड की तरफ Char Dham Yatra

भगवान केदार की डोली मंदिर के बाहर आई और भक्तों को भव्य दर्शन दिए। इसके बाद पौराणिक विधि विधान के साथ मंदिर के मुख्य कपाट के साथ ही पीछे के कपाट को बंद कर सील कर दिया गया। धाम से बाबा की चल विग्रह डोली अपने शीतकालीन स्थान के लिए रवाना हो गई। इस दौरान धाम में बाबा केदार के दर्शनों को भक्तों का तांता लगा रहा। केदारनाथ धाम में अब तक 15.55 लाख से अधिक यात्री पहुंचे।

केदारनाथ धाम
केदारनाथ धामWikimedia

गुरुवार प्रात: साढे आठ बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए रवाना हो गई। 28 अक्टूबर को पंचमुखी डोली द्वितीय पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी। 29 अक्टूबर को पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। यहीं भोले बाबा की शीतकालीन पूजा होगी। एक दिन पहले गंगोत्री धाम के कपाट भी बंद कर दिए गए थे। वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को बंद होंगे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा। वहीं, अब शीतकालीन पूजा इन धामों के शीतकालीन पड़ावों पर होगी।

आईएएनएस/PT

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com