Kalki Dham : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बीते दिन श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया। इस दौरान प्रधानमंत्री यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के चौथे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में पूरे उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की 14000 परियोजनाओं का शुभारंभ हुआ। संभल के एंकरा कंबोह इलाके में यह मंदिर बनने जा रहा है। यह भव्य मंदिर कल्कि भगवान को समर्पित होगा। कल्कि भगवान को कलयुग का भगवान कहा जाता है। कल्कि पुराण के अनुसार, कल्कि अवतार भगवान विष्णु का 10वां अवतार होगा।
गरुड़ पुराण के अनुसार, त्रेता और द्वापर युग में राम और कृष्ण दोनों ही भगवान विष्णु के अवतार हैं। जैसे त्रेता युग में भगवान राम विष्णु के सातवें अवतार थे, उसी प्रकार कल्कि कलियुग के अंत में घोड़े पर सवार होकर आने वाले दसवें और अंतिम अवतार होंगे। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, कल्कि का अवतरण अंधेरे, पतित और अराजक कलियुग को समाप्त करेगा और वें ही सत्य युग की शुरूआत करेंगे। संभल में कल्कि को समर्पित एक सदियों पुराना मंदिर था, जिसे बाबर के आदेश पर नष्ट कर दिया गया था।
सत्ययुग के स्थापना करने के लिए आने वाले कल्कि भगवान के स्वरूप का वर्णन कल्कि पुराण में किया गया है। इसके अनुसार, भगवान कल्कि का वाहन घोड़ा होगा और उनके अस्त्र तीर कमान होंगे। उनके घोड़े का नाम देवदत्त होगा, जिसका रंग सफेद होगा। भगवान विष्णु का 10वां अवतार कल्कि 64 कलाओं से युक्त होगा। इनके गुरु परशुराम होंगे और इनके निर्देशानुसार ही कल्कि भगवान शिव की तपस्या करेंगे। भगवान शिव की कठिन तपस्या कर, उनसे दिव्य शक्तियां हासिल करेंगे।
कल्कि पुराण के अनुसार, उत्तर प्रदेश का संभल वह स्थान है जहां विष्णु का अंतिम अवतार प्रकट होगा। यहां बनने वाला कल्कि धाम मंदिर परिसर 5 एकड़ में बनकर तैयार होगा। इसका निर्माण कार्य पूरा होने में 5 साल लगेंगे। इस मंदिर का निर्माण भी बंसी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से होगा।मंदिर के शिखर की ऊंचाई 108 फीट होगी तथा इसे बिना स्टील या लोहे का बनाया जाएगा।ऐसा बताया जा रहा है कि इस मंदिर में भगवान विष्णु के 10 अवतारों के लिए अलग - अलग गर्भगृह होंगे।