इस दिन सूर्य देव करेंगे कुंभ राशि में प्रवेश, जानें कुंभ सक्रांति के दिन क्या करना चाहिए

सूर्य जब अपना राशि परिवर्तन करता है तो उस दिन को संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं।
Kumbha Sankranti 2024 : राजनीति करने वालों के लिए भी यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है इस दिन पूजा पाठ करने से उन्हें बड़े पद की प्राप्ति का योग बनता है।
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Kumbha Sankranti 2024 : राजनीति करने वालों के लिए भी यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है इस दिन पूजा पाठ करने से उन्हें बड़े पद की प्राप्ति का योग बनता है। (Wikimedia Commons)
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Kumbha Sankranti 2024 : इस वर्ष कुंभ संक्रांति 13 फरवरी, मंगलवार को मनाई जाएगी। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सूर्य जब अपना राशि परिवर्तन करता है तो उस दिन को संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन अगर सूर्य देव प्रसन्न हो जाएं, तो हर क्षेत्र में सफलताएं मिलेंगी।

मकर संक्रांति की तरह कुंभ संक्रांति के दिन भी दान पुण्य करने की परंपरा है। लोग इस पर्व पर काले तिल और उससे बनी चीजों का दान करते हैं उन्हें सूर्य देव के साथ भगवान शनि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पंचांग के अनुसार कुंभ संक्रांति 13 फरवरी 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य दोपहर 03 बजकर 54 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।

कुंभ संक्रांति के दिन जब सूर्य देव अपने पुत्र शनि की राशि कुंभ में रहते हैं तो इस दिन स्नान करने के बाद मान-सम्मान में वृद्धि, अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।(Wikimedia Commons)
कुंभ संक्रांति के दिन जब सूर्य देव अपने पुत्र शनि की राशि कुंभ में रहते हैं तो इस दिन स्नान करने के बाद मान-सम्मान में वृद्धि, अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।(Wikimedia Commons)

मान - सम्मान में होगी वृद्धि

महीने में कुछ विशेष तिथियां जैसे पूर्णिमा, अमावस्या और एकादशी तिथि का महत्व होता है वैसे ही संक्रांति तिथि का भी होता है। कुंभ संक्रांति के दिन जब सूर्य देव अपने पुत्र शनि की राशि कुंभ में रहते हैं तो इस दिन स्नान करने के बाद मान-सम्मान में वृद्धि, अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। कुंभ संक्रांति पर गेहूं, गुड़, लाल फूल, लाल वस्त्र, तांबा, तिल आदि का दान कर सकते हैं। सूर्य के मजबूत होने से करियर में तरक्की मिलती है तथा पिता का प्यार और सहयोग प्राप्त होता है। राजनीति करने वालों के लिए भी यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है इस दिन पूजा पाठ करने से उन्हें बड़े पद की प्राप्ति का योग बनता है।

क्या करें इस दिन?

कुंभ संक्रांति के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पवित्र नदी में स्नान करें, जो लोग स्नान के लिए पवित्र नदी नहीं जा सकते हैं, वे घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें। इसके उपरांत साफ कपड़े धारण करें और सूर्य देव को जल चढ़ाते हुए उनके मंत्रों का भाव के साथ जाप करें। इस दिन गरीबों की मदद करें और उन्हें भोजन अवश्य खिलाएं। कुंभ संक्रांति के दिन गौ माता की सेवा जरूर करना चाहिए। आप इस दिन धार्मिक स्थान पर दर्शन के लिए भी जा सकते है या ब्राह्मणों को भोजन, कपड़े और अन्य जरूरतों की चीजें दान कर सकते है।

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