Magh Mela 2024: तीर्थ नगरी प्रयागराज में माघ मेला का प्रारंभ आज से हो चुका है। माघ मेले में लोग मोक्ष देने वाली गंगा में स्नान करते हैं। माघ मेले का कल्पवास और महत्वपूर्ण तिथियों पर होने वाले स्नान बेहद महत्त्वपूर्ण है। मां गंगा के आशीर्वाद से लोगों के पाप मिट जाते हैं, लेकिन मकर संक्रांति के दिन गंगा का पानी अमृत के समान माना जाता है। आइए जानते हैं कि इस साल माघ मेले के प्रमुख स्नान कब - कब होने वाले है?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल माघ मेले का शुभारंभ मकर संक्रांति यानी आज के दिन से होता है। इस साल 2024 में मकर संक्रांति 15 जनवरी दिन सोमवार को है। आज ही माघ मेले का पहला स्नान भी है। पौष पूर्णिमा से माघ पूर्णिमा तक एक माह का कल्पवास होता है। इस साल 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा है, उस दिन से कल्पवास शुरू हो जाएगा।
माघ मेला के 6 प्रमुख स्नान होंगे, जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते है। माघ मेले का स्नान ब्रह्म मुहूर्त से प्रारंभ हो जाता है, इसलिए माघ स्नान की प्रमुख तिथियों के मुहूर्त उस आधार पर ही दिए जा रहे हैं।
माघ मेला का पहला स्नान 15 जनवरी, सोमवार, मकर संक्रांति स्नान का मुहूर्त: प्रात: 05:27 से प्रारंभ हो जाएगा। माघ मेला का दूसरा स्नान 25 जनवरी, गुरुवार, पौष पूर्णिमा स्नान का मुहूर्त: प्रात: 05:26 से प्रारंभ पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग। माघ मेला का तीसरा स्नान 9 फरवरी, शुक्रवार, मौनी अमावस्या
स्नान का मुहूर्त: 05:21 से शुरू होगा।सर्वार्थ सिद्धि योग: 07:05 एएम से 11:29 पीएम तक। माघ मेला का चौथा स्नान 14 फरवरी, बुधवार, वसंत पंचमी स्नान का मुहूर्त: 05:18 एएम से प्रारंभ होगा। रवि योग: 10:43 एएम से पूरी रात तक। माघ मेला का पांचवा स्नान 24 फरवरी, शनिवार, माघ पूर्णिमा
स्नान का मुहूर्त: 05:11 एएम से शुरू। माघ मेला का छठा स्नान 8 मार्च, शुक्रवार, महाशिवरात्रि स्नान का मुहूर्त: 05:01 एएम से प्रारंभ
सर्वार्थ सिद्धि योग: 06:38 एएम से 10:41 एएम तक।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग माघ माह में कम से कम 3 बार प्रयागराज में स्नान करते हैं, उन्हें 10 हजार अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य फल प्राप्त हो जाता है। पूरे माघ माह में स्नान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। भक्तों के पाप मिटते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। उसके सुख, सौभाग्य,धन-संपत्ति, वंश आदि में वृद्धि होती है। माघ में भगवान विष्णु की पूजा करने से कार्य सफल होते हैं।