भगवान शंकर के अतिप्रिय माना जाने वाला श्रावण मास की पहली सोमवारी को राज्य के शिवमंदिरो में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। करीब सभी शिवालयों पर लोगों की लंबी कतार लगी है। भागलपुर के सुलतानगंज में (अजगैबीनाथ) में सुबह से ही भीड़ देखी गई। श्रद्धालुओं ने पहले गंगा स्नान किया। इसके बाद गंगाजल लेकर कांवड यात्रा के लिए निकल गए। करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ यहां मौजूद है।
उल्लेखनीय है सुल्तानगंज से ही कांवड़िए उत्तरवाहिनी गंगा से जल उठाकर झारखंड के देवघर पहुंचते हैं और वहां बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक करते हैं।
इधर, मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
पुजारियों का मानना है कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्षो से सावन में भक्त शिव दरबार नहीं पहुंच रहे थे।
राजधानी पटना के भी सभी शिवालयों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। शिवालयों के पास श्रावण महीने के कारण कई अस्थाई दुकानें भी खुल गई हैं।
सावन की पहली सोमवारी की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं। सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है।
सोमवार को लेकर शिवालयों तथा आसपास के इलाकों की आकर्षक ढंग से सजाया भी गया है। रोहतास के गुप्ता धाम में भी बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं और भगवान भोले की पूजा अर्चना कर रहे हैं।
बिहार में कांवड़ यात्रा को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक आशंका है कि आंतकी संगठन इस बार कांवड़ यात्रा को निशाना बना सकते हैं। बिहार पुलिस मुख्यालय ने अलर्ट जारी किया है।
बताया जा रहा है कि भागलपुर, मुंगेर, बांका और मुजफ्फरपुर में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
(आईएएनएस/AV)