जैसा की आप सभी जानते होगें अभी नवरत्न का त्योहार चल रहा है, और 24 अक्टूबर को दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है। हर राज्य में दशहरा मनाने का तरीका और परंपरा दोनों ही अलग होते हैं इस दिन को धर्म और सत्य की जीत के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन श्री राम ने रावण का वध किया था इसलिए इस दिवस को विजयदशमी भी कहा जाता है। तो चलिए आज आपको इस विजयदशमी के मौके पर प्रभु श्री राम के कुछ ऐसे मंदिरो के बारे में बताते है, को काफ़ी प्रचलित हैं।
जैसा कि आपको पता है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में श्रीराम का जन्म हुआ था अयोध्या में राजा दशरथ का महल कनक भवन और श्री राम जन्मभूमि मंदिर स्थित है। यहां सरयू नदी में स्नान के बाद श्री राम जन्मभूमि के दर्शन के लिए जा सकते हैं हालांकि इसका निर्माण का कार्य अभी प्रगति में है लेकिन इस दशहरा आपको श्री राम की जन्म भूमि जरूर जानी चाहिए।
यह देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां श्री राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। मध्य प्रदेश में स्थित ओरछा बहुत सुंदर और शांत जगह है या मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच स्थित है। इस दशहरा 2023 आपको ओरछा के रामराजा मंदिर की भव्य आरती जरूर देखनी चाहिए जिसमें श्री राम को आरती से पहले सिपाही द्वारा सलामी दी जाती है।
श्री सीताराम चंद्र स्वामी मंदिर तेलंगाना राज्य के भद्राचलम में स्थित है। दरअसल्या मंदिर भद्राचलम में गोदावरी नदी के तट पर स्थित है और अपने महत्व के कारण इसे दक्षिण अयोध्या भी कहा जाता है। इस दक्षिण अयोध्या इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह वही स्थान है जहां भगवान राम ने अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनवास बिताया था आपको इस प्राचीन और सुंदर मंदिर के दर्शन जरूर करने चाहिए।
रामास्वामी मंदिर भारत के तमिलनाडु के कुंभ को नाम में स्थित विष्णु के अवतार राम को समर्पित प्रचलित मंदिर है यह मंदिर करीब 1560 से 1614 ईस्वी में तंजावुर नायक राजा अच्युतापा नायक के शासनकाल के दौरान बनाया गया था और करीबन 1600 से 1634 ईस्वी में रघुनाथ नायक के शासनकाल के दौरान पूरा हुआ यह मंदिर कुंभकोणम के प्रमुख विष्णु मंदिरों में से एक है।
पंजाब राज्य में अमृतसर से 11 किलोमीटर दूर प्राचीन वतिहासिक धार्मिक स्थल श्रीराम तीर्थ मंदिर स्थित है। यहां महर्षि वाल्मीकि का आश्रम और एक कुटिया स्थित है मानता है कि जब श्री राम ने माता सीता का परित्याग कर दिया था तब ऋषि वाल्मीकि ने उन्हें यहीं पर अपने आश्रम में आश्रित किया था आप इस दशहरा इस खूबसूरत मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं।