हाल ही में हुए एक अध्ययन(Study) के बाद पता चला है की पूर्ण टीकाकरण करा चुके व्यक्तियों में से एक तिहाई लोग जिन्हे सर्दी-ज़ुखाम जैसे लक्षण थे , वे सच कोविड-19(Covid-19) से संक्रमित हो सकते हैं। एक समाचार वेबसाइट ने बताया की किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर टीम स्पेक्टर के मुताबिक, सर्दी, गले में खराश या नाक बहने जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों को खुद को तब तक आइसोलेट कर लेना चाहिए जब तक उनके अंदर नेगेटिव लक्षण न दिखने लगें।
उन्होंने बताया की लोगों को नाक की गंध चले जाना, खांसी और जुखाम का इंतज़ार नहीं करना चाहिए। स्पेक्टर ने आगे कहा की हमने अध्ययन के बाद पाया है की 4 लोग जिन्हे सर्दी-जुखाम के लक्षण थे उनमे से 1 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
उन्होंने एक ब्रिटिश रेडियो एजेंसी को बताया कि यूके को इस बारे में जागरूक होना चाहिए कि हम किसका परीक्षण कर रहे हैं, और 'ठंड जैसे लक्षणों वाले लोगों को आइसोलेट करना चाहिए।
इस अध्ययन के बाद अब हमें कोरोना से और सावधान हो जाने की ज़रूरत है।
प्रोफेसर स्पेक्टर ने कहा कि ओमिक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए लोगों को कुछ दिनों के लिए घर पर रहना चाहिए, अगर उनमें सर्दी के कोई लक्षण दिखाई देते हैं।
उन्होंने कहा, "इसलिए हमें ऐसे लोगों को वास्तव में लोगों को कार्यालय में नहीं आने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, अगर वे अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो वह क्रिसमस पार्टी में न जाएं। एक टेस्ट करवाएं और फिर, जब लक्षण कम हो जाएं, तो वे बाहर आ सकते हैं।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि ओमिक्रॉन अधिक गंभीर लक्षण पैदा नहीं करेगा और टीकों द्वारा प्रदान की जाने वाली टी-सेल प्रतिरक्षा गंभीर बीमारी को रोक देगी। टी-कोशिकाएं एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाएं हैं जो कोविड को मारती हैं।
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हालांकि, इसमें कुछ सप्ताह का समय लग सकता है क्योंकि यह देखने के लिए परीक्षण चल रहे हैं कि ओमिक्रॉन ने टीकों से प्रतिरक्षा को कितनी अच्छी तरह विकसित किया है।
Input-IANS; Edited By- Saksham Nagar