Arjun Award - हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले एक छोटे से गांव की रितु नेगी को देश के दूसरे बड़े खेल सम्मान से नवाजा जाएगा। चीन के हांगझोऊ में अक्टूबर में हुए एशियाई खेलों में देश के लिए स्वर्ण पदक जिताने वालीं भारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान रितु नेगी को अर्जुन अवॉर्ड मिलने की खबर सुनकर उनके मायके के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्हें जैसे ही भारत सरकार के खेल मंत्रालय से ये खबर मिली तो परिवार में खुशी का माहौल है।
मंगलवार को रितु नेगी अपने मायके शिलाई पहुंची थी, जहां परिवार के बीच उन्हें पुरस्कार मिलने की सूचना मिली। पिता भवान सिंह नेगी और माता पूर्णिमा नेगी के घर 30 मई 1992 को जन्मीं रितु की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक स्कूल शिरोग में हुई। वे अपनी नवीं कक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शिलाई से पास करने के बाद उनको बिलासपुर छात्रावास के लिए चुना गया और यहीं वह खेलों में हिस्सा लेने के साथ साथ स्नातक की पढ़ाई पूरी की। 2014 में वह इंडियन रेलवे के लिए चुनी गईं। 2022 में कबड्डी स्टार हरियाणा के पानीपत निवासी रोहित गुलिया के साथ वह विवाह के बंधन में बंधी।
वर्ष 2007 में रितु नेगी ने पहली बार हिमाचल टीम से हरिद्वार में हुई नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। वर्ष 2011 में मलयेशिया में थर्ड जूनियर एशियन कबड्डी चैंपियनशिप (अंडर-20) में भारत ने रितु की कप्तानी में गोल्ड जीता। वर्ष 2018 में 18वीं एशियन गेम्स में भारत के लिए इंडोनेशिया में रजत पदक जीता। वर्ष 2019 में नेपाल में हुए साउथ एशियन गेम्स में देश के लिए स्वर्ण पदक जीता और इस साल 2023 में उन्हें फिर कप्तानी मिली और चीन में टीम ने देश के लिए गोल्ड जीता।
पुरस्कार मिलने की खुशी में पिता ने गांव में बांटी मिठाई
अर्जुन पुरस्कार के लिए चुनी जाने के बाद शिलाई में मानो कोई त्यौहार हो, शिलाई में उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। इस दौरान पिता भवान सिंह ने बेटी को खेल पुरस्कार मिलने के खुशी में गांव में मिठाई भी बांटीं। भवान सिंह नेगी ने बताया कि उन्हें बहुत खुशी है की उनके बेटी ने भारत के झंडा दूसरे देशों में लहरा कर सब देशवासियों को गर्वांवित किया है। रितु को बचपन से ही खेलने का शौक रहा और आज उन्हें अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना जाना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।