गोल्फ आप किसी भी उम्र में खेल सकते हैं: कपिल देव

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा है कि गोल्फ बेहद कठिन खेल है। कपिल इन दिनों गोल्फ में सक्रिय हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा है कि गोल्फ बेहद कठिन खेल है।IANS
Published on
Updated on
2 min read

एनडीटीवी गोल्फ प्रो-एम लॉन्च कार्यक्रम के दौरान कपिल देव ने कहा कि कई लोग गोल्फ को एक साधारण खेल मानते हैं, लेकिन लक्ष्य छोटा होने के कारण गोल्फ क्रिकेट से भी कठिन खेल है। गोल्फरों को बेहद अच्छे मार्जिन के साथ काम करना पड़ता है, जिससे खेल कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

कपिल देव प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (पीजीटीआई) के अध्यक्ष हैं।

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि गोल्फ का प्रशिक्षण भी काफी कठिन होता है। 90 प्रतिशत खिलाड़ी प्रशिक्षण के शुरुआती 15 दिनों के अंदर ही खेल छोड़ देते हैं।

गोल्फ (Golf) पर विस्तार से जिक्र करते हुए कपिल देव ने कहा, "लक्ष्य जितना छोटा होगा, खेल उतना ही कठिन होगा। क्रिकेट में, आप 360 डिग्री तक हिट कर सकते हैं और फिर भी स्कोर कर सकते हैं। गोल्फ में, थोड़ी सी चूक आपको खेल से बाहर कर देती है।"

उन्होंने कहा कि गोल्फ में हार के बाद निराशा में लोग खेल छोड़ देते हैं। मैं चाहता हूं कि प्रतियोगी जीतें और गोल्फ कोर्स में वापस आएं। खुद को अभिव्यक्त करें और खेल का आनंद लें। यही सबसे महत्वपूर्ण बात है।

कपिल देव (Kapil Dev) ने कहा, "आपको क्रिकेट (Cricket) के मैदान पर हरियाली नहीं मिलती। गोल्फ एक ऐसा खेल है जिसे आप किसी भी उम्र में खेल सकते हैं। एक क्रिकेटर या फुटबॉलर के लिए 50 साल की उम्र में गेंदबाजी करना या दौड़ना बहुत मुश्किल है। यहां, आप अपने पिता, अपने पोते-पोतियों, अपने दोस्तों, अपनी पत्नी के साथ खेल सकते हैं। यही कारण है कि यह खेल बड़ा है और लोकप्रिय हो रहा है।"

अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने कहा, "भारत (India) में इस समय सबसे ज्यादा संभावनाओं वाला खेल गोल्फ है। भारत दुनिया के सभी शीर्ष चैंपियन पैदा करेगा। हमारी जनसंख्या बहुत युवा है। हमारी औसत आयु सिर्फ 28 वर्ष है। अगले 30 वर्षों तक, दुनिया के शीर्ष गोल्फर भारत से ही निकलेंगे।"

(BA)

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव
भारत-श्रीलंका के बीच मुकाबले के साथ होगा महिला वनडे वर्ल्ड कप का आगाज

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com