खेलों की दुनिया में डोपिंग पर लगाम लगाने के उद्देश्य से लाए गए 'राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक, 2021' को लोक सभा ने पारित कर दिया है। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी और राष्ट्रीय डोप जांच प्रयोगशाला के कामकाज को वैधानिक स्वरूप प्रदान करने के लिए बुधवार को लाए गए विधेयक को लोक सभा ने चर्चा के बाद पारित कर दिया।
इससे पहले विधेयक को सदन में चर्चा के लिए पेश करने के दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने हाल के दिनों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय खिलाड़ियों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारतीय खिलाड़ी भविष्य में और अधिक पदक जीतेंगे।
ठाकुर ने आगे कहा कि, इस विधेयक से न सिर्फ खेल और खिलाड़ियों को मदद मिलेगी, बल्कि इससे आत्मनिर्भर भारत को भी बल मिलेगा। उन्होंने सदन को बिल के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि वर्ष 2008 में राष्ट्रीय डोप टेस्ट लेबोरेटरी बनाई गई थी, नियम भी बनाए गए थे लेकिन उसे वैधानिक दर्जा नहीं मिला था। उन्होंने बताया कि अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में डोप जांच को लेकर पहले से ही व्यवस्था है और अब भारत भी इसमें शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि इससे भारत की साख भी बढ़ेगी।
विधेयक पर चर्चा के दौरान भाजपा की तरफ से ओलंपिक पदक विजेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और मनोज तिवारी के अलावा अन्य कई सांसदों ने अपनी बातें कहीं। विपक्षी दलों की बात करें तो, एनसीपी से सुप्रिया सुले, शिवसेना से राहुल शिवाले, टीएमसी से सौगत रॉय, जेडीयू से चन्द्रेश्वर प्रसाद और बीजू जनता दल से भर्तुहरी महताब सहित कई अन्य राजनीतिक दलों के सांसदों ने भी बिल पर अपने विचार रखे।
(आईएएनएस/AV)