यह तस्वीर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का एक प्रचार ग्राफ़िक है। इसमें हिंदी में एक शीर्षक है: "बिहार विधानसभा चुनाव 2025" और मतदान के चरणों का विवरण दिया गया है। इसमें पहले चरण का ज़िक्र है जिसमें कुल 243 सीटों में से 121 पर मतदान होगा। इसमें "LIVE" लेबल और hindi.NewsGram.com का लोगो भी है। तस्वीर में राजनेताओं के सिल्हूट और बिहार का एक नक्शा भी है, जो चुनावों की पूरी कवरेज पर ज़ोर देता है।
Bihar Assembly Election 2025; NG Desk

Bihar Assembly Election 2025 LIVE: पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान शुरू, प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे उत्साह के साथ वोट देने की अपील की।

2025 बिहार चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है।

तेजस्वी यादव ने लोगों से ‘लोकतंत्र के हित में’ वोट देने की अपील की, साथ ही एक वीडियो संदेश साझा किया।

राजद नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने 2025 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले रात करीब 1 बजे एक वीडियो संदेश साझा किया। उन्होंने सभी मतदाताओं — पहली बार वोट देने वाले युवाओं से लेकर हर आम नागरिक तक — से मतदान करने की अपील की।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान शुरू, प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे उत्साह के साथ वोट देने की अपील की।

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में आज 243 में से 121 सीटों पर मतदान हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदाताओं से पूरे उत्साह के साथ वोट डालने और लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने की अपील की है। आज सुबह 6:45 बजे उन्होंने एक्स (X) पर पोस्ट किया,
"आज बिहार में लोकतंत्र के उत्सव का पहला चरण है। मेरी सभी मतदाताओं से अपील है कि वे पूरे उत्साह के साथ मतदान करें..."

पहले चरण की 243 सीटों में से 121 सीटों पर मतदान कुछ ही देर में होगा शुरू

बिहार चुनाव 2025 (Bihar Election 2025) का पहला चरण गुरुवार, 6 नवंबर 2025 को सुबह 7 बजे से शुरू होगा। 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए यह चुनाव दो चरणों में होगा 6 नवंबर और 11 नवंबर 2025 को। कुल 7.4 करोड़ मतदाता 2,616 उम्मीदवारों में से अपने प्रतिनिधि चुनेंगे।  

इस बार मुकाबला तीन बड़े गठबंधनों के बीच है, एनडीए (NDA), महागठबंधन (Mahagathbandhan) और जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party)। सरकार बनाने के लिए 122 सीटों का बहुमत जरूरी है। नतीजे 14 नवंबर 2025 को घोषित होंगे, जबकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म होगा।  

पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग हो रही है, जहां 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं। सभी बूथों पर 100% वेबकास्टिंग की सुविधा रखी गई है। मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा।

पहले चरण की प्रमुख सीटें और उम्मीदवार  

राघोपुर (वैशाली जिला) 

यह सीट तेजस्वी यादव (आरजेडी), सतीश कुमार यादव (भाजपा) और चंचल सिंह (जन सुराज पार्टी) के बीच त्रिकोणीय मुकाबले में है। यह आरजेडी का गढ़ और यादव परिवार का गढ़माना जाता है। 2015 और 2020 में तेजस्वी यादव ने यहां से कम अंतर से जीत दर्ज की थी। इस बार हार महागठबंधन के मनोबल को झटका दे सकती है।  

हरनौत (नालंदा जिला)

यह सीट हरी नारायण सिंह (जेडीयू), अरुण कुमार (कांग्रेस) और कमलेश पासवान (जन सुराज पार्टी) के बीच मुकाबले में है। यह वही सीट है जहां से नीतीश कुमार ने 1985 में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। इस बार यह सीट एनडीए की पकड़ और यादव-मुस्लिम इलाकों में उसका असर जांचेगी।  

तारापुर (मुंगेर जिला)  

यहां मुकाबला सम्राट चौधरी (भाजपा), अरुण कुमार (राजद) और डॉ. संतोष सिंह (जन सुराज पार्टी) के बीच है। यह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की सीट है। ओबीसी वोट और एनडीए के अंदरूनी मतभेद इस सीट को दिलचस्प बनाते हैं।  

लखीसराय (लखीसराय जिला) 

यह सीट विजय कुमार सिन्हा (भाजपा), विजय प्रकाश (राजद) और सूरज कुमार (जन सुराज पार्टी) के बीच है। यह एनडीए के उपमुख्यमंत्री के प्रभाव क्षेत्र में आती है। यहां शहरी और ग्रामीण आबादी का मिला-जुला स्वरूप है और प्रवास (migration) का मुद्दा बड़ा है। 2020 में भाजपा ने यहां बहुत कम अंतर से जीत दर्ज की थी।  

पटना साहिब (पटना जिला) 

यह शहरी इलाका रत्नेश कुमार (भाजपा), शशांक शेखर (कांग्रेस) और विनीता मिश्रा (जन सुराज पार्टी) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देख रहा है। यहां ईबीसी (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) और मुस्लिम वोटरों की संख्या अच्छी है। विकास और कानून व्यवस्था इस सीट का मुख्य मुद्दा है।  

फुलवारी शरीफ (अनुसूचित जाति सीट, पटना जिला)

यहां मुकाबला श्याम रजक (जेडीयू), गोपाल दास राय (भाकपा-माले) और प्रो. शशिकांत प्रसाद (जन सुराज पार्टी) के बीच है। यह दलित वोटरों के लिए अहम सीट है। 2020 में यहां का अंतर सिर्फ 5,000 वोटों के आसपास था।  

महुआ (वैशाली जिला) 

यहां तेज प्रताप यादव (जनशक्ति जनता दल), मुकेश कुमार रौशन (राजद), संजय कुमार सिंह (लोजपा) और इंद्रजीत प्रधान (जन सुराज पार्टी) के बीच बहु-कोणीय मुकाबला है। यह सीट यादव परिवार की अंदरूनी जंग के कारण सुर्खियों में है। यहां यादव, दलित और मुस्लिम वोटरों की अच्छी संख्या है। 2020 में राजद ने यहां 20,000 वोटों से जीत हासिल की थी।  

मोकामा (पटना जिला)  

यह सीट अनंत कुमार सिंह (जेडीयू), वीना देवी (राजद) और प्रियदर्शी पीयूष (जन सुराज पार्टी) के बीच है। यह क्षेत्र अपराध और हिंसा के लिए जाना जाता है। ‘बाहुबली’ छवि वाले अनंत सिंह जेल से लौटकर फिर चुनाव मैदान में हैं। हाल के दिनों में यहां हिंसक झड़पें हुई हैं, जिससे कानून व्यवस्था का मुद्दा फिर गरम है।  

क्या उम्मीद की जा सकती है?  

विभिन्न सर्वे के अनुसार, एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला है, जबकि जन सुराज पार्टी नई ताकत के रूप में उभर रही है।  

मुख्य मुद्दे हैं, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, पलायन, खराब सड़कें और सरकारी सेवाओं की कमजोरी।  

2020 के चुनाव में एनडीए ने 125 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। 

इस बार के नतीजे इसलिए भी खास हैं क्योंकि हाल ही में बिहार में "स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR)" हुआ था, जिसे लेकर विपक्ष ने सरकार पर "वोट चोरी" और चुनाव आयोग के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए थे।  

अब जब चुनाव आयोग ने देशभर में इसी तरह का रिवीजन शुरू किया है, तो बिहार चुनाव 2025 को भारत के चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता की परीक्षा माना जा रहा है।  

logo
hindi.newsgram.com