Kisan Andolan : हरियाणा और पंजाब के सीमा का हालात तनावपूर्ण है। वहा का हालात देख कर सरकार ने बॉर्डर के आसपास के जिलों की सीमाएं सील कर दी गई हैं। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। वहा SMS भी नहीं किया जा सकता है। राज्य के पुलिस महानिदेशक संबंधित क्षेत्रों के पुलिस कप्तानों से लगातार संपर्क में हैं। डी जी पी खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं। हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवायजरी भी जारी की है, ताकि लोगों को आने वाले दिनों में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
ये सभी तैयारियां इसलिए करनी पड़ रही है क्योंकि किसानों ने 'दिल्ली चलो' आह्वान किया है। किसान संगठनों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली चलो आह्वान किया है। इसे देखते हुए हरियाणा प्रशासन ने निगरानी दोगुनी कर दी है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न घट सके।
इस मार्च में 200 किसान यूनियन शामिल होंगे। किसान संगठनों ने सरकार के सामने अनेकों मांगें रखी हैं। किसान संगठनों की मुख्य मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य को आनिवार्य बनाने के लिए कानून बनाने और उसे लागू करने की है। मांग पूरी न होने की स्थिति में उन्होंने दिल्ल मार्च का आह्वान किया है।
हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सर्विस बंद करवा दिया गया है। प्रदेश सरकार ने अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दिया है। हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार विशेष सतर्कता बरत रही है। बताया जा रहा है की पंजाब से लगी सीमाओं को सील कर दिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने मांगें पूरी न होने की स्थिति में 'दिल्ली चलो' मार्च का आह्वान किया था। किसान संगठनों की मांग के समर्थन में 200 से ज्यादा किसान यूनियन शामिल है। किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली मार्च करने की घोषणा की थी लेकिन सुरक्षा बल भी अपना एड़ी - चोटी का जोर लगाई हुई है। सिर्फ यही नहीं उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था। बाद में सरकार के आश्वसान के बाद उन्होंने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया था।