दिल्ली: 46 में से 16 रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प

देश की राजधानी दिल्ली(Delhi) में आज भी 46 रेलवे स्टेशन मौजूद हैं। हालांकि ज्यादातर लोग दिल्ली के केवल पांच से छह रेलवे स्टेशन(Railway Station) के नाम ही जानते हैं, इनका इस्तेमाल वर्तमान में भारी संख्या में लोग करते हैं।
दिल्ली: 46 में से 16 रेलवे स्टेशन  का होगा कायाकल्प  {Wikimedia Commons}

दिल्ली: 46 में से 16 रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प {Wikimedia Commons}

16 रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प

न्यूज़ग्राम हिंदी:  देश की राजधानी दिल्ली(Delhi) में आज भी 46 रेलवे स्टेशन मौजूद हैं। हालांकि ज्यादातर लोग दिल्ली के केवल पांच से छह रेलवे स्टेशन(Railway Station) के नाम ही जानते हैं, इनका इस्तेमाल वर्तमान में भारी संख्या में लोग करते हैं। बाकी रेलवे स्टेशनों की स्थिति अपने खात्मे की कगार पर हैं, हालांकि आने वाले कुछ वर्षों में रेलवे इसमें से एक दर्जन से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण करेगी।

दिल्ली के 46 रेलवे स्टेशन में से पुरानी दिल्ली ही केन्द्रीय स्टेशन है। दिल्ली से कई लाइनें विभिन्न दिशाओं में जाती हैं मसलन पानीपत, रोहतक, रेवाडी, मथुरा, गाजियाबाद। शाहदरा से एक लाइन शामली की तरफ निकाली गई है।

वहीं दिल्ली में एक लाइन रिंग रेलवे भी है जो निजामुद्दीन से शुरू होकर पटेल नगर में रेवाडी वाली लाइन में मिल जाती है और आगे दया बस्ती में रोहतक लाइन से भी जुड़ती है। खास बात ये है की

कुछ समय के लिए रेलवे ने ये दिल्ली रिंग रेल सेवा भी शुरू की थी जो निजामुद्दीन से शुरू होकर सफदरजंग, शकूरबस्ती नई दिल्ली के बाद शिवाजी ब्रिज, तिलक ब्रिज, प्रगति मैदान पूरे रिंग रूट का चक्कर लगाती थी लेकिन कुछ समय के बाद इसे बंद कर दिया गया।

इनके अलावा दो बाइपास लाइनें है- एक निजामुद्दीन-गाजियाबाद बाइपास और दूसरी दया बस्ती-आजादपुर बाइपास। हालांकि दया बस्ती और आजादपुर बाइपास लाइन पर बीच में कोई स्टेशन नहीं है और ज्यादातर मालगाडियां ही यहां से गुजरती हैं।

इनमें रेवाडी वाली लाइन पहले मीटर गेज थी जो अब बड़ी लाइन में बदल गई है। मथुरा, गाजियाबाद और अम्बाला वाली लाइनें साथ ही रोहतक वाली लाइन शकूरबस्ती तक विद्युतीकृत है। दोनों बाइपास लाइनें और रिंग लाइन भी विद्युतीकृत हैं।

पंजाब की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेनें पुरानी दिल्ली (डीएलआई) या नई दिल्ली (एनडीएलएस) स्टेशन से चलती हैं। इसी तरह दक्षिण क्षेत्र की ट्रेन नई दिल्ली या हजरत निजामुददीन स्टेशन से चलती हैं। पूर्व दिशा की और जाने वाली रेलगाड़ियां पुरानी दिल्ली, नई दिल्ली और फिर आनन्द विहार टर्मिनल से चलती हैं। ऐसे ही राजस्थान जाने वाली रेलगाड़ियां पुरानी दिल्ली, नई दिल्ली या सराय रोहिल्ला (डीईई) स्टेशन से शुरू होती हैं।

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दिल्ली: 46 में से 16 रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प

 (IANS)

16 रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प

 



दिल्ली की जनसंख्या और महत्व को देखते हुए ये निर्विवाद है कि न केवल दिल्ली के भीतर बल्कि देश के बाकी हिस्सों के लिए भी रेलवे एक बेहतरीन परिवहन व्यवस्था है। भारतीय रेलवे ने छोटी और लंबी दूरी के लिए परिवहन के किफायती साधन उपलब्ध कराने में अच्छा काम किया है। दिल्ली में कुछ मुख्य स्टेशनों को छोड़कर बाकी के अन्य स्टेशन अब लोकल और मालगाड़ियों के ही इस्तेमाल में आ रहे हैं। हालांकि रेलवे को अभी भी स्वच्छता और रखरखाव के मामले में एक लंबा रास्ता तय करना है। फिर भी, यह हमारे देश के अधिकांश नागरिकों के परिवहन का सबसे महत्वपूर्ण और पसंदीदा साधन है।

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रेलवे अनुमान के मुताबिक फिलहाल अगले कुछ सालों में दिल्ली के रेलवे स्टेशन की तस्वीर बिल्कुल बदल जाएगी और यात्रियों को कई आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। राजधानी में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत दिल्ली के 46 रेलवे स्टेशनों में से कुल 13 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प कर दिया जाएगा। इसमें आदर्शनगर, आनंद विहार, बिजवासन, पुरानी दिल्ली, दिल्ली कैंट, सराय रोहिल्ला, शाहदरा, हजरत निजामुद्दीन, नरेला, नई दिल्ली, सब्जी मंडी, सफदरजंग, तिलक ब्रिज शामिल है।

--आईएएनएस/VS



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