न्यूज़ग्राम हिंदी: शनिवार 25 फरवरी को दिल्ली विश्वविद्यालय का 99वां दीक्षांत समारोह हुआ। इस समारोह की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू थीं। राष्ट्रपति से डिग्री लेने वाले कई छात्र यहां भारतीय अंगवस्त्र पहन कर आए। दरअसल हर वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में अनेक छात्र अंग्रेजी गाउन पहनकर डिग्री लेते हैं। वर्षों से चली आ रही पाश्चात्य परम्परा के स्थान पर अब भारतीय अंगवस्त्र पहनने का आग्रह किया गया था।
विश्वविद्यालय का कहना है कि यह अपने आप में नया तथा भारतीय संस्कृति को दुनिया से अवगत कराने वाला कदम है। छात्र संगठनों ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय का समर्थन किया।
अपने 99 दीक्षांत समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय में डीयू ने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के कुल 1,57,290 छात्रों को डिजिटल डिग्रियां प्रदान की हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने 910 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की है। पीएचडी डिग्री हासिल करने वाले छात्रों में 512 महिलाएं और 398 पुरुष। चिकित्सा क्षेत्र के 47 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक यह पीएचडी डिग्रियों का एक नया रिकॉर्ड है, इससे पहले एक साथ इतनी बड़ी संख्या में पीएचडी की डिग्री कभी नहीं दी गई।
कुल 1,57,290 छात्रों को डिजिटल डिग्रियां प्रदान की गई, विश्वविद्यालय के मुताबिक रेगुलर छात्रों को 81972 डिग्रियां दी गई। वहीं एसओएल के यूजी व पीजी के लगभग 75 हजार छात्रों को डिग्री दी गई है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि आज की तेजी से बदलती दुनिया में, संस्थान को खुद को निरंतर बदलना पड़ता है। दिल्ली विश्वविद्यालय समुदाय को उत्कृष्टता के मापदंडों पर देश के अन्य विश्वविद्यालयों का नेतृत्व करने के लिए कर्तव्यबद्ध महसूस करना चाहिए, और इस तरह उच्च शिक्षा के विश्व स्तर पर तुलनीय संस्थानों के बीच एक स्थान अर्जित करना चाहिए।
इस वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भारत की राष्ट्रपति बतौर मुख्य अतिथि और केंद्रीय शिक्षा मंत्री सम्मानित अतिथि के तौर पर पर शामिल थे। दिल्ली विश्वविद्यालय के नियमित छात्रों को यूजी, पीजी, लॉ और मेडिकल की डिग्रियां प्रदान की।
--आईएएनएस/VS