भारत की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव सिर्फ तीन महीने दूर हैं और राजनीतिक गलियारों में तैयारियां जोरों - शोरों पर हैं।
इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव दिलचस्प होने वाला है क्योंकि एक नया चेहरा दिल्ली के पूर्व सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को उनके ही विधानसभा में सीधी टक्कर देने जा रहे हैं।
अमेरिका के शिकागो में रहने वाले 54 वर्षीय NRI डॉ. मुनीश कुमार रायज़ादा जो कभी अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी रहे हैं, 2025 में होने वाले आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से अरविंद केजरीवाल की विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है। रायज़ादा भारतीय लिबरल पार्टी (BLP) - दिल्ली केंद्रित एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष भी हैं।
कौन हैं मुनीश कुमार रायज़ादा?
1 . मुनीश रायज़ादा एक प्रवासी भारतीय हैं जो पंजाबी परिवार से संबंध रखते हैं। 2002 में रायज़ादा भारत छोड़कर अमेरिका चले गए थे और पिछले 22 वर्षों से शिकागो में नियोनेटोलॉजिस्ट (नवजात शिशुओं के दो डॉक्टर) के रूप में अभ्यास कर रहे हैं।
2 . मुनीश रायज़ादा ने भारत के महाराष्ट्र राज्य से सेवाग्राम, वर्धा, महाराष्ट्र में स्थित महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (MGIMS) से मेडिसिन (MBBS) में स्नातक की पढ़ाई की। 2002 में वह न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में लॉन्ग ज्यूइश हॉस्पिटल में अपने बाल चिकित्सा रेजीडेंसी के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और उसके बाद शिकागो से नियोनेटल पेरिनेटल मेडिसिन में अपनी फेलोशिप पूरी की। अपनी फ़ेलोशिप पूरी करने के बाद रायज़ादा शिकागो में नियोनेटोलॉजिस्ट के रूप में अभ्यास करना शुरू किया और वहीं बस गये।
3 . युवा डॉक्टर के रूप में अपने शुरुआती दिनों से ही रायज़ादा की भारत के नीतिगत मामलों में गहरी रुची रही है। उन्होंने 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) आंदोलन यानि अन्ना आंदोलन का समर्थन किया और एक वालंटियर के रूप में काम किया। उन्होंने भारत और अमेरिका दोनों से आंदोलन का समर्थन किया।
4 . मुनीश रायज़ादा आम आदमी पार्टी (AAP) - एक राजनीतिक दल जो अन्ना आंदोलन से उभरा - के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और उन्होंने अरविंद केजरीवाल जिसने शुरुआती दिनों से पार्टी का नेतृत्व किया उसके साथ मिलकर काम किया।
5. रायज़ादा ने AAP में विभिन्न पदों पर काम किया। शुरुआत में वह एक जमीनी कार्यकर्ता थे और पार्टी के वालंटियर्स इंगेजमेंट सेल को संभालते थे। बाद में उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ से AAP उम्मीदवार गुल पनाग के कैंपेन मैनेजर के रूप में नियुक्त किया गया। और 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP की भारी जीत के बाद उन्हें कुमार विश्वास के साथ AAP के NRI सेल का सह संयोजक बनाया गया।
6. लेकिन मुनीश रायज़ादा ने आम आदमी पार्टी (AAP) में अनैतिकता बढ़ने और पारदर्शिता की कमी के आधार पर 2015 में खुद को आम आदमी पार्टी (आप) से अलग कर लिया। रायज़ादा ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) पर लोगों द्वारा पार्टी को दिए गए चंदे के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने पार्टी की वेबसाइट से डोनर्स की सूची हटाने का विरोध किया |
7. 2019 में मुनीश रायज़ादा ने "चंदाबंद सत्याग्रह (No List No Donation)" की शुरुआत की और लोगों से आम आदमी पार्टी को दान देना बंद करने के लिए अपील किया । उनके मुताबिक AAP इस पैसे का इस्तेमाल भ्रष्टाचार और दूसरे राज्यों में अपने विस्तार के लिए कर रही है। उसी वर्ष, रायज़ादा ने ट्रांसपेरेंसी: पारदर्शिता नामक सात भाग की वेब सीरीज बनाई, जो इंडिया अगेंस्ट करप्शन मूवमेंट (IAC) और आम आदमी पार्टी की अंदरूनी कहानियों को विस्तार से बताती है।
8. मुनीश रायज़ादा ने पिछले साल शिकागो में नियोनेटोलॉजिस्ट के रूप में अपनी प्रैक्टिस बंद कर दी और दिल्ली में राजनीतिक कार्य के लिए भारत वापस चले आए। उन्होंने भारतीय लिबरल पार्टी (BLP) - एक दिल्ली केंद्रित राजनीतिक पार्टी जिसकी विचारधारा भ्रष्टाचार को खत्म करने और सुशासन मॉडल प्रदान करने के इर्द-गिर्द घूमती है है - के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला।
9. मुनीश रायज़ादा ने हाल ही में घोषणा किया है कि वह 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र - AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल की विधानसभा सीट - से चुनाव लड़ेंगे। मुनीश रायज़ादा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सीधी लड़ाई उनके भ्रष्ट लोगों को सत्ता से बाहर फेकने का संकल्प का एक हिस्सा है।
10. रायज़ादा और उनकी पार्टी - भारतीय लिबरल पार्टी (BLP) - ने चुनाव के लिए जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। वह नियमित रूप से नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और लोगों से वोट मांग रहे हैं। मुनीश रायज़ादा का मुकाबला अपने पूर्व मित्र और सहयोगी से है।