दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी सरकारों से बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा, सभी के लिए मुफ्त इलाज, हर परिवार के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली और बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ते की व्यवस्था करने की मांग की है। केजरीवाल का कहना है कि आज देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जैसे मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी की सुविधाएं देना गुनाह है। डेनमार्क, नॉर्वे जैसे 39 देश अपने बच्चों को फ्री और अच्छी शिक्षा देते हैं। कनाडा, यूके जैसे 9 देश फ्री इलाज देते हैं और अमेरिका, जर्मनी जैसे 16 देश बेरोजगारी भत्ता देते हैं। वहीं, इन लोगों ने अपने चंद दोस्तों का 10 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर दिया। ये लोग सरकारी पैसा सिर्फ़ अपने दोस्तों के कर्ज माफ करने के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से देशभर में एक ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि गरीबों, आम लोगों और मध्यम वर्ग को केंद्र सरकार और राज्य सरकारें जो सुविधाएं देती हैं, वो सुविधाएं बंद की जाएं। उससे सरकारों को घाटा हो रहा है। कोई इन्हें फ्री-बी कह रहा है, तो कोई इन्हें फ्री की रेवड़ी कह रहा है। इस तरह, अलग-अलग शब्दों का इस्तेमाल करके पूरे देश के अंदर महौल बनाया जा रहा है कि सरकारों को बहुत घाटा हो रहा है। देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की इस 75वीं वर्षगांठ पर जब यह सुनते हैं, तो दिल को बहुत तकलीफ होती है। वैसे तो 75वें साल के अंदर शिक्षा का ऐसा सिस्टम बन जाना चाहिए था कि पूरे देश में हमारे बच्चों को अच्छी और मुफ्त शिक्षा मिलती। लेकिन आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अंदर हम यह माहौल बना रहे हैं कि हमारे देश के बच्चों को अच्छी और फ्री की शिक्षा देना फ्री की रेवड़ी है और इससे सरकारों को घाटा हो रहा है, तो इससे बुरी बात नहीं हो सकती।
(आईएएनएस/AV)