यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna expressway) पर वर्ष 2022 में पहले के वर्षों की तुलना में हादसों में कमी आई। पिछले वर्ष जनवरी से लेकर दिसंबर तक यमुना एक्सप्रेसवे पर कुल 318 सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें 106 लोगों ने अपनी जान गवांई है और करीब 690 लोग घायल हुए हैं। वर्ष 2021 में 424 सड़क हादसों हुए थे और 136 लोगों की जान गई थी। इस दौरान 958 लोग घायल हुए थे। अगर बीते 5 सालों की बात की जाए तो पिछले 5 वर्षो में 2470 सड़क हादसों में 670 लोग जान गवां चुके हैं और 5353 लोग घायल हो चुके हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि पिछले वर्षो के मुकाबले पिछले वर्ष 2022 में यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसों में कमी आई है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राज्य सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक की थी तो उन्होंने कई तरह के निर्देश दिए थे और यमुना एक्सप्रेसवे पर भी हादसों को कम करने को लेकर कई कार्य कराने के निर्देश थे। इसके बाद यमुना अथॉरिटी ने यमुना एक्सप्रेसवे पर तुरंत 18 कार्य कराए, जिन पर करीब 108 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
उन्होंने बताया कि आईआईटी (IIT) की अनुशंसा पर यमुना एक्सप्रेसवे पर कार्य कराए गए। उसी का नतीजा है कि यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसों में कमी आनी शुरू हो गई है। इस वर्ष पहले की अपेक्षा काफी कम सड़क हादसे हुए हैं। आगे भी यमुना एक्सप्रेस पर काफी काम कराए जाएंगे।
यमुना एक्सप्रेसवे पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे सर्दियों में कोहरे के चलते होते हैं, लेकिन इस वर्ष सबसे ज्यादा सड़क हादसे मई महीने में हुए हैं। मई 2022 में करीब 38 सड़क हादसे हुए, जिनमें 21 लोगों ने अपनी जान गवांई, वही इस वर्ष दिसंबर 2022 में 28 सड़क हादसे हुए, जिनमें 4 लोगों ने अपनी जान गवांई, जबकि जनवरी 2022 में 14 सड़क हादसे हुए, जिनमें 8 लोगों ने अपनी जान गवांई।
आईएएनएस/PT