पानीपत के इस मंदिर का इतिहास है बड़ा ही दिलचस्प, यहां हर दिन लगता है मेला

अब कुछ ही दिनों में चैत्र नवरात्रि का पर्व शुरु होने जा रहा है। माता के भक्तों ने अभी से ही सारी तैयारियां शुरु कर दी हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में लोग माता के मंदिर में दर्शन करने जाते हैं लेकिन आज हम आपको पानीपत में स्थित एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देंगे, जहां हर दिन ही नवरात्रि के जैसे चहल पहल रहता है।
Panipat Devi Temple : इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था। (Wikimedia Commons)
Panipat Devi Temple : इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था। (Wikimedia Commons)

Panipat Devi Temple: अब कुछ ही दिनों में चैत्र नवरात्रि का पर्व शुरु होने जा रहा है। माता के भक्तों ने अभी से ही सारी तैयारियां शुरु कर दी हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में लोग माता के मंदिर में दर्शन करने जाते हैं लेकिन आज हम आपको पानीपत में स्थित एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देंगे, जहां हर दिन ही नवरात्रि के जैसे चहल पहल रहता है। यहां हर दिन भक्तों की भीड़ देखी जाती है। हर दिन ही मंदिर के आसपास मेले की तरह दुकानें सजी रहती हैं। अगर आप चैत्र नवरात्रि में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो परिवार के साथ इस मंदिर में माता के दर्शन करने जा सकते हैं।

देवी मंदिर

देवी मंदिर पानीपत में स्थित है। यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था। यह मंदिर शहर का सबसे बड़ा और सबसे खास मंदिर माना जाता है। यहां माता के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। मंदिर के बीच में एक यज्ञशाला बना हुआ है। इस मंदिर में आपको सभी देवी-देवताओं की मूर्ति देखने को मिल जाएगी। प्रत्येक साल यहां नवरात्रि के दौरान रामलीला का भी आयोजन होता है।

हर दिन ही मंदिर के आसपास मेले की तरह दुकानें सजी रहती हैं। (Wikimedia Commons)
हर दिन ही मंदिर के आसपास मेले की तरह दुकानें सजी रहती हैं। (Wikimedia Commons)

क्या है इस मंदिर का इतिहास?

इस मंदिर का इतिहास लगभग 250 वर्ष पुराना माना जाता है परंतु इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं है। इस मंदिर के बारे में एक प्रचलित कहानी है। यहां के लोग मानते है कि देवी की मूर्ति एक खाली वीरान जगह पर मिली थी। जब मंदिर का निर्माण किया जा रहा था, तो रात में देवी की मूर्ति को एक जगह पर संभाल कर रखा गया था। लेकिन सुबह होते ही वह मूर्ति गायब हो गई, मूर्ति फिर से उसी जगह पर मिली जहां से उसे उठाया गया था। इसके बाद मंदिर उसी स्थान पर बनाया गया जहां देवी की मूर्ति मिली थी।

कैसे पहुंचे यहां?

यह मंदिर पानीपत के तहसील कैंप क्षेत्र में तालाब के किनारे पर है। यहां आने के लिए आपको पानीपत रेलवे स्टेशन से मात्र 25 से 30 मिनट में पहुंच सकते हैं। यदि आप पानीपत बस स्टेशन से यहां आते हैं, तो आपको मात्र 20 मिनट लगेंगे। देवी मंदिर तक जाने के लिए आपको कई ऑटो मिल जाएंगे, जिसका किराया मात्र 50 रुपये होगा, यह आपको देवी मंदिर तक पहुंचा देंगे।

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