अमरनाथ यात्रा: स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाते हुए, 9 ठोस कचरा प्रबंधन सर्विस शुरू

भारत सरकार का मानना है कि अमरनाथ यात्रा के स्वच्छता मानकों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
अमरनाथ यात्रा: स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाते हुए, 9 ठोस कचरा प्रबंधन सर्विस शुरू(Wikimedia Commons)
अमरनाथ यात्रा: स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाते हुए, 9 ठोस कचरा प्रबंधन सर्विस शुरू(Wikimedia Commons)

न्यूज़ग्राम हिंदी:  प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा एक स्वस्थ तीर्थ की ओर अग्रसर है। भारत सरकार का मानना है कि अमरनाथ यात्रा के स्वच्छता मानकों में काफी बढ़ोतरी हुई है। इससे यह यात्रा पर्यावरण के प्रति जागरूक तीर्थयात्रा के रूप में परिवर्तित हो रही है।

यात्रा के दौरान कुशल कचरा प्रसंस्करण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जम्मू और कश्मीर में स्थित 10 यूएलबी में 12 मई, 2023 को 9 ठोस कचरा प्रबंधन सुविधाओं की शुरूआत की गई है।

आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने बताया कि इनमें से तीन यूएलबी- काजीगुंड, सुंबल और गांदरबल यात्रा मार्ग के अंतर्गत आती हैं। इन सेवाओं से 40 टन से अधिक कचरे की रोजाना प्रोसेसिंग की जाएगी। प्रत्येक केंद्र में सूखे कचरे के लिए सामग्री रिकवरी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जिनमें पृथक्करण, बेलिंग और श्रेडिंग सुविधाएं भी शामिल हैं।

अमरनाथ यात्रा: स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाते हुए, 9 ठोस कचरा प्रबंधन सर्विस शुरू(Wikimedia Commons)
सावधान! आप तो नहीं बना रहें केदारनाथ धाम में रील



गीले कचरे के प्रसंस्करण के लिए कम्पोस्ट खाद के गड्ढे भी उपलब्ध कराए गए हैं। वर्ष 2023 की अमरनाथ यात्रा की तैयारियों में कुछ अतिरिक्त उपाय किए गए हैं, जिनमें अधिक पूर्वनिर्मित शौचालयों का अधिग्रहण, उपकरण और संयंत्रों की खरीद, कीटानाशकों की खरीद, अतिरिक्त स्वच्छता कर्मचारियों को काम पर रखना, अधिक स्वच्छग्राहियों को साफ-सफाई कार्य में शामिल करना, आवास क्षेत्रों और यात्रा मार्ग में यात्रों से पूर्व साफ-सफाई करना, सेप्टिक टैंकों की साफ-सफाई, स्वच्छता दलों का गठन, नोडल अधिकारियों की नियुक्ति और अन्य पहलें शामिल हैं। स्वच्छ अमरनाथ यात्रा के माध्यम से, स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 ने न केवल तीर्थ यात्रियों के समग्र अनुभवों को बेहतर बनाया है, बल्कि उनमें स्वच्छता और साफ-सफाई के मूल्यों को भी मजबूत बनाया है।

अमरनाथ यात्रा: स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाते हुए, 9 ठोस कचरा प्रबंधन सर्विस शुरू(Wikimedia Commons)
अमरनाथ यात्रा: स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाते हुए, 9 ठोस कचरा प्रबंधन सर्विस शुरू(Wikimedia Commons)



सैनिटरी कचरे के निपटान के लिए महिला शौचालय के बाहर निर्दिष्ट काले कूड़ेदान रखे गए थे। पिछले वर्ष यात्रा के दौरान लगभग 150 मीट्रिक टन गीला कचरा, 130 मीट्रिक टन सूखा कचरा और 10-12 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न हुआ था।

साफ-सफाई और स्वच्छता बनाए रखने के लिए यूएलबी ने आवास क्षेत्रों और उनके आसपास की सड़कों तथा अन्य प्रतिष्ठानों में 231 सफाई कर्मचारियों को तैनात किया था। इन कामगारों को उपयुक्त यूनिफार्म, पीपीई किट, दस्ताने, गम बूट, मास्क और झाडू आदि उपलब्ध कराये गए थे।


--आईएएनएस/VS

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com