न्यूज़ग्राम हिंदी: डोडा जिले में खुशी की लहर है क्योंकि एक ही परिवार के तीन भाई-बहनों ने जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा (JKPSC) की परीक्षा उत्तीर्ण की है। दो बहनों और उनके भाई ने परीक्षा उत्तीर्ण कर डोडा जिले का नाम रौशन किया है। गुरुवार को नतीजे घोषित किए गए। दो बहनों- हुमा अंजुम वानी, इफरा अंजुम वानी और उनके भाई, सुहैल अहमद वानी - जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में भालेसा क्षेत्र के सुदूर कही त्रांखाल गांव के रहने वाले ने जेकेएएस परीक्षा उत्तीर्ण की है।
परिवार अब जम्मू शहर में बस गया है। 187 सफल उम्मीदवारों में तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे सुहैल ने 111वीं रैंक हासिल की है, जबकि हुमा ने 117वीं और इफरा ने 143वीं रैंक हासिल की है। इनके पिता मुनीर अहमद वानी को अपने बच्चों की सफलता पर गर्व है। उन्होंने कहा कि उनके बच्चों ने बिना किसी कोचिंग सेंटर से जुड़े सफलता हासिल की है।
पिता ने कहा, मेरे बच्चों के पास आज भी मोबाइल फोन नहीं है। जब भी वह इंटरनेट से जुड़ना चाहते थे, वह अपनी मां के फोन का इस्तेमाल करते थे। पिता अपने बच्चों की सफलता का श्रेय उनकी कड़ी मेहनत को देते हैं। उन्होंने कहा, वह पिछले कई वर्षों से प्रतिदिन 12 घंटे अध्ययन करते थे। 12वीं कक्षा की परीक्षा पास करने के ठीक बाद, वह सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए दृढ़ थे।
प्रदेश के 187 अभ्यर्थी परीक्षा सफ़ल हुए हैं। इनका अब JMC जम्मू और श्रीनगर में मेडिकल कराया जायेगा| इस बार के परीक्षा परिणाम में मेरिट में महिला अभ्यर्थी पहले स्थान पर हैं। ओपन मेरिट की मेघा गुप्ता ने 1177.50 अंक प्राप्त किये हैं, जिन्हें मेरिट में पहला स्थान मिला है। श्रेया शर्मा ने 1167.50 लेकर दूसरा स्थान हासिल किया।
JKPSC के अनुसार आठ अप्रैल से लेकर 18 अप्रैल तक आयोजित की जाने वालू मुख्या परीक्षा में 3916 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसमें से सिर्फ 643 अभ्यर्थियों का इंटरव्यू के लिए चयन किया गया। 643 ने इंटरव्यू दिया, जिसमे से केवल 187 ही सेलेक्ट हुए।
इफरा ने फिजिक्स में मास्टर्स किया है, वहीं हुमा और सुहैल ने पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स डिग्री ली है।
--आईएएनएस/VS