अफ्रीका के ट्यूनीशिया में फसे झारखण्ड के 48 भारतीय मजदूर: दिल्ली की कंपनी ने भेजा था इन्हें विदेश

भारतीय मजदूरों ने सोशल मीडिया की मदद से बताया कि उन्हें तीन महीने का बेतन नहीं मिला है, और वह काफी दुःख भरी स्थिति में है।
इस तस्वीर में बहुत सारे लोग दिख रहे है, कुछ बैठे है और कुछ खड़े है
अफ्रीका के ट्यूनीशिया में फसे झारखण्ड के 48 भारतीय मजदूरAi
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Summary
  • झारखंड के कुछ जिले से जैसे गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो के 48 प्रवासी मजदूर ट्यूनीशिया (Tunisia) में फस गए है।

  • ट्यूनीशिया अफ्रीका में एक जगह है जहां इन भारतीय मजदूरों (Indian Laborers) को दिल्ली के किसी कंपनी के द्वारा ले जाया गया था।

  • झारखण्ड सरकार भारतीय दूतावास के साथ मिल कर सभी प्रवासी मजदूरों को वापस लाने में जुट गयी है।

झारखंड (Jharkhand) के कुछ जिले से जैसे गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो के 48 प्रवासी मजदूर (Migrant Laborer) ट्यूनीशिया में फस गए है, ट्यूनीशिया (Tunisia) अफ्रीका (Africa) में एक जगह है जहां इन मजदूरों (Laborers) को दिल्ली (Delhi) के किसी कंपनी (Company) के द्वारा ले जाया गया था, बताया जा रहा है कि यह बहुराष्ट्रीय कंपनी के लिए काम करती है। और अब ऐसी ख़बर आ रही है कि उन मजदूरों को बुरी हालत में रखा गया है और वहां वह फस चुके है।

मजदूरों (Laborers) ने सोशल मीडिया (Social Media) की मदद से बताया कि उन्हें तीन महीने का बेतन नहीं मिला है, और वह काफी दुःख भरी स्थिति में है। उन्हें खाने-पीने की दिक्कत हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि उनसे 12 घंटे काम करवाया जा रहा है और धमकी भी दिया जा रहा है कि अगर वह काम नहीं करेंगे तो उन्हें जेल में डाल दिया जायेगा साथ ही भारत भी लौट कर जाने को नहीं मिलेगा।

शिखा लकड़ा (Shikha Lakra) जो झारखण्ड श्रम विभाग की माइग्रेट कण्ट्रोल लीडर (Migrate Control Leader) है, उन्होंने पीटीआई को बताया कि हम ट्यूनीशिया (Tunisia) में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के सम्पर्क में है, और सभी मजदूरों के दस्तावेज़ की जांच चल रही है ताकि प्रवासी मजदूरों को अच्छी तरीके से उनको अपने घर वापस ले आए।

यह ख़बर मिलने के बाद झारखण्ड सरकार भारतीय दूतावास (Indian Embassy) के साथ मिल कर सभी प्रवासी मजदूरों को वापस लाने में जुट गयी है।

[Rh]

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