न्यूज़ग्राम हिंदी: कर्नाटक(Karnataka) कांग्रेस(Congress) के नेता सिद्धारमैया, प्रदेश अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और पार्टी के सभी विधायक शुक्रवार को कान के पीछे फूल लगाकर बजट सत्र में शामिल हुए। गौरतलब है कि कन्नड़ में कानों के पीछे फूल पहनना विश्वासघात और मूर्खता का प्रतीक है। उन्हें देखकर मुख्यमंत्री बोम्मई(CM Bommai) नाराज हो गए और कहा, हटाने के लिए कहने के बावजूद वे विधानसभा में फूल चढ़ा रहे हैं। मेरे अनुसार यह सही नहीं है। यह उनकी इच्छा है और मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।
सिद्धारमैया पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा , ''इतने दिनों तक वह दूसरों के कानों पर फूल चढ़ाने की कोशिश कर रहे थे (लोगों को मूर्ख बना रहे हैं)। इस पर भाजपा विधायक ठहाके लगाकर तालियां बजाने लगे। न मानने को तैयार सिद्धारमैया यह कहते हुए उठ खड़े हुए कि इस बजट के जरिए सीएम बोम्मई राज्य के सात करोड़ लोगों के कानों पर फूल चढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बयान का भाजपा विधायकों ने विरोध किया, जिससे हंगामा हो गया। उन्होंने सवाल किया कि सिद्धारमैया को बोलने की अनुमति कैसे दी गई। अपने जवाब में, कांग्रेस नेता ने पूछा कि क्या शुरुआत में सीएम की टिप्पणी उनके बजट भाषण का हिस्सा थी।
सिद्धारमैया ने कहा, क्या वह उनके भाषण का हिस्सा था? यह सही नहीं है। आप (भाजपा विधायकों की ओर इशारा करते हुए) कोई सम्मान नहीं है, सम्मान बचा है। यदि आप एक साथ खड़े होते हैं और चिल्लाते हैं, तो क्या आपको लगता है कि हम डर जाएंगे? बस अपना लें। भाजपा सरकार राज्य के लोगों के कानों पर फूल चढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
सिद्धारमैया ने पलटवार करते हुए कहा कि वे उन्हें बजट पेश नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ का पुलिंदा पेश कर रही है और ये झूठ की फैक्ट्री चलाते हैं।
बाद में बजट सत्र फिर से शुरू हुआ और सीएम बोम्मई ने बजट पेश करना शुरू किया।
--आईएएनएस/VS