मृतक छात्रा पार्वतीपुरा की रहने वाली थी। वह मिलेनियम पब्लिक स्कूल की छात्रा थी।
पुलिस ने कहा कि 20 जून को स्कूल से घर आने के बाद लड़की उदास थी। उसके माता-पिता ने इस पर ध्यान दिया, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया। लड़की ने खाना खाया और बाद में अपने कमरे में चली गई। जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आई और कोई जवाब नहीं दिया, तो माता-पिता ने दरवाजा तोड़ दिया और उसे पंखे से फंदे के सहारे झूलता पाया।
पुलिस ने कहा, हालांकि उसे नर्सिंग होम ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
पुलिस के अनुसार, माता-पिता को हाल ही में उसके दोस्तों से दो शिक्षकों, नलिना और क़मर ताज द्वारा यातना और उत्पीड़न के बारे में पता चला। दोनों शिक्षकों पर आरोप है कि वे अक्सर छोटी-मोटी बातों पर उसे डांटते और अपमानित किया करते थे।
आत्महत्या से कुछ दिन पहले लड़की को कक्षा में छात्रों के सामने 100 बार उठक-बैठक करने के लिए कहा गया था। नलिनी ने उसे क्लास के सामने डांटा था। उन्होंने कहा कि वह उसका चेहरा नहीं देखना चाहती और वह आखिरी बेंच पर बैठे। जिस दिन सारा ने आत्महत्या की, उस दिन दोनों शिक्षकों ने उसे एक अलग कमरे में बुलाया और वापस आते समय छात्रों ने देखा कि वह रो रही थी।
सारा को कथित तौर पर शिक्षक कमर ताज के बेटे हामिन ने भी परेशान किया था।
हामिन ने उसे प्रेम प्रस्ताव देकर परेशान किया और उसे अपने साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। उसने अपने सभी दोस्तों को बता दिया था कि वह उस लड़की से प्यार करता है और उससे शादी करेगा। उसने यह भी धमकी दी थी कि अगर उसने उसका प्रस्ताव ठुकराया तो उसे सबक सिखाया जाएगा।
लड़की ने अपने दोस्तों से कहा था कि वह जीना नहीं चाहती।
पुलिस ने कहा, माता-पिता ने शिकायत में सभी तथ्यों का उल्लेख किया है।
शिकायत दर्ज कराने के बाद से शिक्षक कमर ताज गायब हैं। होसाकोटे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। (IANS/AP)