न्यूजग्राम हिंदी: नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' (Pushpa Kamal Dahal) दो दिवसीय प्रवास पर इंदौर (Indore) पहुंचे। हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने उनका भव्य स्वागत किया। नेपाल के प्रधानमंत्री उसके बाद उज्जैन पहुंचे जहां उन्होंने महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) में पूजा-अर्चना की और महाकाल लोक (Mahakal Lok) का जायजा लिया। इंदौर में परंपरागत तरीके से उनका स्वागत किया गया। नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि ऐसा लग ही नहीं रहा है कि वे उनसे पहली बार मिले हैं। प्रधानमंत्री प्रचंड के साथ अन्य अतिथियों में गंगा दहल, नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सोद तथा अन्य मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत और नेपाल अत्यंत प्राचीन राष्ट्र हैं। दोनों भले ही दो शरीर हों पर सांस्कृतिक रूप से वे एक हैं। दोनों का सांस्कृतिक वैभव, सभ्यता और संस्कार एक जैसे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध आने वाले दिनों में और भी प्रगाढ़ होंगे।
नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड के इंदौर आगमन पर मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की संस्कृति का प्रदर्शन किया गया। निमाड़ का गणगौर और साथ में भगोरिया के उल्लासपूर्ण नृत्य के साथ अतिथियों का स्वागत किया। इंदौर के युवाओं के श्री स्वर ध्वज पथक के 50 सदस्यीय दल ने ढोल-तासों और केसरिया ध्वज के साथ उद्घोष करते हुए प्रचंड का स्वागत किया। बालिकाओं द्वारा स्वागत में कथक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
प्रधानमंत्री प्रचंड इंदौर हवाई अड्डे के वीआईपी लाउंज में जन-प्रतिनिधियों से भी मिले और इंदौर के पोहे और समोसे का भी स्वाद लिया। मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें इंदौर की विशेषताओं से अवगत कराया। प्रचंड के उज्जैन रवाना होने के बाद मुख्यमंत्री एयरपोर्ट परिसर में उपस्थित नेपाली मूल के नागरिकों से मिले और सांस्कृतिक प्रस्तुति देने आए विभिन्न दलों से मुलाकात कर उनके प्रदर्शन को सराहा।
उज्जैन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल (Mangubai Patel) के साथ उन्होने महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने उज्जैन में महाकाल लोक का ई-कार्ट से भ्रमण किया। महाकाल लोक की विशेषताओं के बारे में उन्हें राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा जानकारी दी गई।
--आईएएनएस/PT