
विधायक पठानमाजरा ने इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली से आई आम आदमी पार्टी की टीम पंजाब पर शासन करना चाहती है और इसके लिए उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
फेसबुक लाइव के दौरान पठानमाजरा ने कहा कि मैं सरकार के खिलाफ बोल रहा हूं, इसीलिए मेरी सुरक्षा वापस ले ली गई है। पुलिस अब मुझे गिरफ्तार करने के लिए मेरे घर पहुंच चुकी है।
विधायक के इन आरोपों ने न केवल पंजाब की राजनीति में हलचल मचा दी है, बल्कि पार्टी के अंदरूनी मतभेद भी उजागर कर दिए हैं। पठानमाजरा ने इशारों-इशारों में साफ किया कि उनकी नाराज़गी पार्टी नेतृत्व से है और यह मामला उनके राजनीतिक करियर को खत्म करने की साजिश का हिस्सा है।
वहीं, प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक पुलिस अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है और दर्ज केस के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। हालांकि, पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
इससे पहले, उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हुए नदी की सफाई के मुद्दे पर वरिष्ठ नौकरशाहों की आलोचना की थी।
पठानमाजरा ने कहा था कि दिल्ली के नेताओं को लगता है कि वे मुझे विजिलेंस जांच और मुकदमों की धमकी देकर डरा सकते हैं। मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि सभी विधायक आपके साथ हैं। अगर आप आज मेरी बात नहीं मानेंगे, तो बहुत देर हो जाएगी। मैं पार्टी का सिपाही रहा हूं। वे तानाशाह हैं। वे विधायकों पर कार्रवाई कर रहे हैं। मेरे साथ ऐसा करके वे सभी विधायकों को एक संदेश देना चाहते हैं।
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