
भारत-पाकिस्तान सीमा (India-Pakistan Border) पर बाढ़ आने से बीएसएफ को भारी नुकसान पहुंचा है। कई जगह पर बाढ़ का पानी आने से सीमा सुरक्षा बल को दर्जनों चौकियां खाली करनी पड़ी थीं। इस दौरान बीएसएफ जवानों ने 550 आम नागरिकों को भी अपने साथ बाढ़ से सुरक्षित निकाला था। बाढ़ की वजह से करतारपुर कॉरिडोर को भी नुकसान पहुंचा था।
गुरदासपुर सेक्टर (Gurdaspur Sector) के बीएसएफ डीआईजी जेके बर्डी ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि गुरदासपुर में आई बाढ़ ने सबसे पहले बीएसएफ की बॉर्डर आउट पोस्ट को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद भी कुछ जवानों को बॉर्डर पर तैनात किया गया था।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवानों ने अपने साथ बाढ़ में फंसे लोगों को भी सुरक्षित निकाला था। बाढ़ के दौरान पानी का बहाव काफी तेज था, इस वजह से हमारी अधिकतर चौकियां डूब गई थीं।
उन्होंने बीएसएफ और आर्मी के कमांडरों का भी धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में 1,200 के करीब बीएसएफ जवानों और 550 के करीब नागरिकों को बाढ़ से सुरक्षित बाहर निकाला था।
उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर पानी भरे होने के बाद भी हर एक बॉर्डर आउटपोस्ट (Border Outpost) पर 15 से 20 जवान तैनात थे ताकि दुश्मन की हरकत पर लगातार नजर बनी रहे और देश के नागरिक अपने घरों में सुरक्षित रहें। अब बाढ़ का पानी घटने के बाद बीएसएफ की जो बॉर्डर आउट पोस्ट का नुकसान हुआ है, उसे सही किया जा रहा है और आसपास के सीमावर्ती इलाकों में मेडिकल कैंप लगाने का काम शुरू कर दिया गया है ताकि अब बीमारियों से लोगों को बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को भी पानी ने नुकसान पहुंचाया है। दर्शनीय स्थल को जाने वाला रास्ता पूरी तरह से टूट चुका है, जिसे दोबारा सही करने का काम चल रहा है ताकि श्रद्धालुओं को श्री करतारपुर साहिब पहुंचने में परेशानी न हो।
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