इस बार लक्ष्मणगढ़ शेखावाटी उत्सव में उमड़ी भारी भीड़, लोगों ने देखा ऊंट नृत्य

गायक मांगणियार भूंगर खां, मोरू सपेरा दल और सरवर खान दल ने हिंदी और राजस्थानी गीतों की प्रस्तुतियां दी। इन गीतों पर लोग जमकर नाचे तथा इसके साथ ही कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को माला और साफा पहनाकर स्वागत किया गया है।
Shekhawati Utsav begins in Sikar :कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को माला और साफा पहनाकर स्वागत किया गया है।(Wikimedia Commons)
Shekhawati Utsav begins in Sikar :कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को माला और साफा पहनाकर स्वागत किया गया है।(Wikimedia Commons)
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Shekhawati Utsav begins in Sikar : लक्ष्मणगढ़ जिले में रविवार से तीन दिवसीय शेखावाटी उत्सव का शुभारंभ हुआ। तीन दिनों वाला इस उत्सव का आयोजन जिले की प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत ने किया। इस कार्यक्रम के प्रथम दिन सुबह 8 बजे हैरिटेज वॉक मुरली मनोहर मंदिर से जवाहर लाल स्टेडियम तक निकाली और गायक मांगणियार भूंगर खां, मोरू सपेरा दल और सरवर खान दल ने हिंदी और राजस्थानी गीतों की प्रस्तुतियां दी। इन गीतों पर लोग जमकर नाचे तथा इसके साथ ही कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को माला और साफा पहनाकर स्वागत किया गया है। शामिल अतिथियों को भेट के तौर पर प्रतीक चिह्न दिया गया।

आयोजन के दौरान पर्यटन मंत्री ने वादा किया कि हाइवे के पास 13.50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले नेचर पार्क व मावलियों की ढाणी से स्टेशन तक 7.50 करोड़ रुपए की सड़क के लिए बजट पर्यटन विभाग देगा। मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि शेखावाटी उत्सव लक्ष्मणगढ़ की पहचान बन चुका है। जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि शेखावाटी क्षेत्र की हवेलियां, किला, खान-पान शेखावाटी संस्कृति की पहचान है। 2 वर्षों से हो रहे इस शेखावाटी उत्सव के प्रति अब स्थानीय जनता का जुड़ाव बढ़ता जा रहा है।

इस बार शेखावाटी उत्सव में पारंपरिक खेलकूद प्रतियोगिताओं को भी शामिल किया गया है(Wikimedia Commons)
इस बार शेखावाटी उत्सव में पारंपरिक खेलकूद प्रतियोगिताओं को भी शामिल किया गया है(Wikimedia Commons)

पारंपरिक खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन

इस बार शेखावाटी उत्सव में पारंपरिक खेलकूद प्रतियोगिताओं को भी शामिल किया गया है, जिससे स्थानीय लोग भी इस उत्सव में खुशी खुशी शामिल हो और इस उत्सव का अधिक से अधिक आनंद ले सके। महोत्सव में जवाहर लाल स्टेडियम में पारंपरिक खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिमसें टांग प्रतियोगिता, साफा बांध प्रतियोगिता, ऊंट नृत्य, बास्केटबॉल और कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित हुई।

चंग और ढप नृत्य की प्रस्तुति

यहां आने वाले लोग कला और शिल्प, ग्रामीण खेल गतिविधियों और उंट, घोड़ा नृत्य और मटका दौड़ जैसे विभिन्न रोचक आयोजन का आनंद उठाएं। यहां पतंगबाजी भी हुई। पतंगबाजी में दूर-दूर के पर्यटक इस फेस्टिवल में भाग लिए और शाम को चंग और ढप नृत्य हुआ। महोत्सव में नामी कलाकार आएंगे जो शेखावाटी के प्रसिद्ध चंग नृत्य की प्रस्तुति दी। नाच, गान के बाद तीन दिवसीय इस शेखावाटी फेस्टिवल का समापन हो गया। उत्सव के दौरान दूसरे जिलों से भी लोग आते हैं। कोविड की पाबंदियां इस बार खत्म है तो ज्यादा संख्या में लोग आए थे।

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