न्यूजग्राम हिंदी: इस साल अयोध्या (Ayodhaya) में दीपोत्सव (Deepotsav) समारोह 21 लाख मिट्टी के दीयों को जलाने के लक्ष्य के साथ अब तक का सबसे भव्य आयोजन होगा। इस साल का दीपोत्सव राम लला के राम मंदिर (Ram Mandir) के गर्भगृह में विराजमान होने से ठीक पहले मनाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि यह दीपोत्सव एक नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा। पिछले साल 15.76 लाख दीयों ने अयोध्या को रोशन किया था।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार, इस साल 21 लाख दीये (मिट्टी के दीये) जलाए जाएंगे। प्रत्येक घाट, मठ, मंदिर, सूर्य कुंड, भरत कुंड और हर घर को दीयों से रोशन किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ सरकार मार्च 2017 में सत्ता में आने के बाद से हर साल दिवाली (Diwali) की पूर्व संध्या पर अयोध्या में दीपोत्सव समारोह आयोजित करती रही है।
अपनी सरकार के लिए अयोध्या के महत्व पर जोर देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा, वर्तमान में, अयोध्या में लगभग 32,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। देश भर के किसी भी शहर में इतनी बड़ी संख्या में परियोजनाएं नहीं चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 500 साल बाद राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला का विराजमान करेंगे, तो पूरी दुनिया अयोध्या की ओर आकर्षित होगी।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में चल रही विकास परियोजनाओं को सूचीबद्ध किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और अन्य परियोजनाओं का उल्लेख किया।
योगी ने इस मौके को विपक्ष पर भी हमला बोलते हुए कहा, पहले अयोध्या में न सड़क थी, न ट्रेन (कनेक्टिविटी) थी। गोरखपुर और लखनऊ से अयोध्या पहुंचने में पांच-छह घंटे लगते थे। अब यह सफर एक घंटे में तय किया जाता है। छह साल पहले लोग अयोध्या का नाम लेने से बचते थे। लेकिन यह सरकार इसके समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है।
--आईएएनएस/PT