यूपी के शिव मंदिर में लागू हुआ ड्रेस कोड, केवल मर्यादित कपड़ों में ही मिलेगा दर्शन करने की अनुमति

भक्तों को मर्यादित कपड़ों में ही मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करने की अनुमति मिलेगी। यदि कोई ड्रेस कोड का पालन नहीं करता है तो उन्हें बाहर से ही दर्शन करने का मौका मिलेगा। इन नियमों की घोषणा मंदिर समिति द्वारा किया गया है
Dress Code for Shiv Temple : शिव मंदिर समिति ने भक्तों के कपड़ों को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है। (Wikimedia Commons)
Dress Code for Shiv Temple : शिव मंदिर समिति ने भक्तों के कपड़ों को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है। (Wikimedia Commons)

Dress Code for Shiv Temple : छोटी काशी के नाम से मशहूर लखीमपुर खीरी का पौराणिक शिव मंदिर में भी अब ड्रेस कोड लागू हो गया है। अब वहां मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस समेत छोटे कपड़े पहनकर आने पर मंदिर में प्रवेश वर्जित होगा। भक्तों को मर्यादित कपड़ों में ही मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करने की अनुमति मिलेगी। यदि कोई ड्रेस कोड का पालन नहीं करता है तो उन्हें बाहर से ही दर्शन करने का मौका मिलेगा। इन नियमों की घोषणा मंदिर समिति द्वारा किया गया है। इसके साथ ही शिव मंदिर गोस्वामी प्रबंध कार्यकारिणी समिति ने इस संबंध में पोस्टर भी जारी किया है।

आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है यह मंदिर

छोटी काशी का शिव मंदिर आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां यूपी के अलग-अलग जिलों से श्रद्धालु भगवान भोले नाथ के दर्शन करने आते हैं। तमाम शहरी भक्त भी पूजन करने आते हैं। मंदिर समिति ने अब भक्तों के कपड़े को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है। नियम के मुताबिक सभी महिलाओ और पुरुषों को मंदिर में मर्यादित पहनकर ही आना होगा। मंदिर समिति ने बाकायदा पोस्टर जारी कर कहा है कि भक्त छोटे कपड़े, हाफ पैंट, बरमुडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जींस, फ्रॉक और जींस पहनकर आने से मंदिर के बाहर से ही दर्शन हो पाएंगे। अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

यदि कोई ड्रेस कोड का पालन नहीं करता है तो उन्हें बाहर से ही दर्शन करने का मौका मिलेगा। (Wikimedia Commons)
यदि कोई ड्रेस कोड का पालन नहीं करता है तो उन्हें बाहर से ही दर्शन करने का मौका मिलेगा। (Wikimedia Commons)

मोबाइल चलाने पर भी है पाबंदी

मंदिर समिति ने मोबाइल चलाने पर भी पाबंदी लगाई गई है, जिससे अन्य भक्तों का ध्यान न भटके। शिव मंदिर गोस्वामी प्रबंध कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष जनार्दन गिरि ने बताया कि पिछले कई सालों से मंदिर प्रबंध समिति को शिकायतें मिल रही थी किसी पूजा के दौरान पुरुष और महिलाएं अमर्यादित वस्त्र पहन कर आ रहे हैं, जो हमारी परंपरा के अनुकूल नहीं है। हम यह चेतावनी नहीं बल्कि निवेदन कर रहे हैं कि धार्मिक परिसर को आधुनिकता से दूर रखा जाए।

ड्रील बनाने पर भी लगी पाबंदी

मंदिर समिति ने ड्रेस कोड के साथ ही शिव मंदिर में अब सेल्फी और रील बनाने पर भी पाबंदी लगा दी है। अभी तक सभी श्रद्धालु मंदिर में पूजा अर्चना के बहाने सेल्फी लेते थे इसके साथ ही मंदिर की रील भी बनाकर सोशल मीडिया पर डालते थे। अध्यक्ष जनार्दन गिरी ने कहा है कि इन हरकतों से अन्य श्रद्धालुओं का ध्यान भंग होता है। इसलिए मंदिर के परिसर में अब यह सब नहीं हो सकेगा।

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