Mukhtar Ansari News: उत्तर प्रदेश के बांदा की जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की 28 मार्च, 2024 को मौत हो गई। बताया गया है कि तबीयत खराब होने से उनकी मौत हुई है और डॉक्टरों ने साफ कह दिया था कि उसकी हालत बेहद क्रिटिकल है। मुख्तार अंसारी के निधन के साथ ही में माफिया राज के युग का अंत हो गया। आज हम आपको बताएंगे की आखिर कैसे मुख्तार अंसारी अपना राज चलता था।
मुख्तार अंसारी कोयला मंडी और ठेकों से करोड़ों रुपए की मासिक उगाही करता था। कारोबारियों को भी डरा-धमका कर उनसे वसूली किया करता था। इतना ही नहीं इसके साथ ही यूपी पुलिस के मुताबिक वह यूपी में कई अपराध करता था, जिसमें पुलिस वालों की हत्या भी शामिल थीं। वह राज्य में कुख्यात अपराधियों और शूटर्स का गैंग बनाकर काम किया करता था। उसका लिंक और भी बड़े लोगो से था यही वजह है कि उसने मजबूत नेटवक बना लिया था।
मुख्तार अंसारी साल 2002 से 2017 तक लगातार यूपी के मऊ से विधायक रहा। सबसे हैरानी की बात तो यह थी कि वह जेल से ही पर्चा भरता था और वहीं से सब कुछ कंट्रोल कर के चुनाव भी जीत जाता था। क्रिमिनल कहे जाने पर वह कहता था कि वह अपराधी नहीं बल्कि लोगों का मददगार है। 2005 में मुख्तार अंसारी के सबसे खूंखार शूटर मुन्ना बजरंगी ने रहस्यमई तरीकों से बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कर दी थी।
यूपी के मऊ से कई बार विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी को कई मामलों में सजा सुनाई गई और वह बांदा की जेल में बंद था। मुख्तार अंसारी पर यूपी, पंजाब, नई दिल्ली और कुछ और राज्यों में लगभग 60 से भी अधिक मामले पेंडिंग थे। मुख्तार अंसारी की यूपी के नोएडा, कानपुर, लखनऊ, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी में अरबों की प्रॉपर्टी थी।
साल 2020 में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मिशन क्लीन शुरू किया गया था। जिस तरह वह कभी लोगों में डर फैलाता था, उससे बुरी तरह पुलिस उसके गैंग के लोगों में डर फैलाने लगी थी। यह वह समय था जब मुख्तार के गुर्गों के मकानों और दकानों पर बुल्डोजर एक्शन होने लगा था।