न्यूजग्राम हिंदी: राज्य की राजधानी में मोहन रोड (Mohan Road) स्थित लड़कों के बाल सुधार गृह के चार कैदियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के पहले राउंड में क्वालीफाई किया है। कालांतर वार्षिक कला प्रतियोगिता में लड़कों ने हिंदी और अंग्रेजी में कविता और गद्य प्रतिस्पर्धाओं में अपनी प्रविष्टियां भेजी थी।
यह नोएडा (Noida) में कलांतर कला फाउंडेशन द्वारा वार्षिक रूप से आयोजित एक ऑनलाइन प्रतियोगिता है जिसमें सभी आयु वर्ग के प्रतिभागी कला, लेखन, नृत्य, संगीत और अभिनय में प्रतिस्पर्धा करते हैं।
कैदी, जिनमें से दो की उम्र 16 साल है और अन्य दो की उम्र 17 है। उन्होंने देश भर के लगभग 50 अन्य बच्चों के साथ पहले दौर में क्वालीफाई किया है।
उन्होंने दो हिंदी कविताएँ, एक अंग्रेजी कविता और एक गद्य हिंदी में प्रस्तुत किया।
अशोक (बदला हुआ नाम), जो पिछले दो वर्षों से बाल सुधार गृह में है, ने 'रुक जाना नहीं तू कहीं हार के' विषय पर एक कविता भेजी और कहा कि वह दिल से हमेशा एक लेखक रहा है। उसने कहा, हम अपनी भाषा में सुधार के लिए और किताबें तथा कहानियां पढ़कर अगले राउंड की तैयारी कर रहे हैं।
वह पूरे देश से चयनित 18 वर्ष से कम आयु के 13 अन्य बच्चों में शामिल है। इस श्रेणी के लिए 2,600 बच्चों ने प्रविष्टियां भेजी थीं। प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियों में लगभग 10,000 प्रविष्टियां थीं।
निशांत (बदला हुआ नाम) ने भी हिंदी कविता वर्ग में क्वालीफाई किया। उन्होंने कहा, मैंने अपनी कविता 'वाह! उत्तर प्रदेश' विषय पर लिखी थी।
क्वालीफाई करने वाले अन्य दो लड़कों को बाल सुधार गृह से जमानत पर रिहा कर दिया गया है। वे अगले महीने प्रतियोगिताओं के दूसरे दौर के लिए वापस आएंगे।
गृह के अधीक्षक सौरव पाठक, जो बाल सुधार गृह में हाई स्कूल के छात्रों को पढ़ाते हैं, ने कहा, यह पहली बार था जब किशोर गृह के बच्चों ने प्रतियोगिता में भाग लिया था। हमें लड़कों पर बहुत गर्व है और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं कि वे कड़ी मेहनत करें और अगले दौर की तैयारी करें।
--आईएएनएस/PT