उत्तर प्रदेश सरकार की वाराणसी में अपना पहला प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र खोलने की योजना है। इस आशय का प्रस्ताव राज्य आयुष विभाग द्वारा तैयार किया गया है और मसौदा केंद्र को मंजूरी के लिए भेजा गया है।
आयुष राज्यमंत्री दया शंकर मिश्रा दयालु ने संवाददाताओं से कहा कि चौबेपुर में प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के लिए जमीन की पहचान कर ली गई है।
इसके अलावा राज्य सरकार ने राज्य में 12,500 आयुष वेलनेस सेंटर खोलने का लक्ष्य रखा है और 2025 तक 1,600 खोलने की तैयारी है।
इसमें से 500 केंद्र पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं।
मंत्री ने कहा कि उनके विभाग ने वाराणसी, अमेठी, कानपुर देहात, कानपुर नगर सहित विभिन्न जिलों में 50 बिस्तरों वाले नौ अस्पताल शुरू किए हैं।
ये एकीकृत अस्पताल हैं, जहां आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी के तरीकों से इलाज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि लोग आयुष अस्पताल खोलने में मदद के लिए आगे आएं और जिनके पास एक एकड़ या उससे कम जमीन है। वे इसे अस्पताल बनाने के लिए दान करें।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे अस्पताल भूस्वामियों के माता-पिता या दादा-दादी के नाम से खोलेगी।
इसके लिए राज्य के विभिन्न जिलों से करीब दो दर्जन भूमि प्रस्ताव पहले ही प्राप्त हो चुके हैं, जिन पर आयुष अस्पताल खोलने पर विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस पहल से अस्पतालों के लिए जमीन उपलब्ध होगी और जमीन देने वालों के पूर्वजों के नाम भी अमर हो जाएंगे।
मंत्री ने यह भी कहा कि महामारी के दौरान लोग आयुर्वेद के महत्व को समझ चुके हैं और अब लोग जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए इसकी शरण में जा रहे हैं।
(आईएएनएस/AV)