मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि बागेश्वर (Bageshwar) में मकर संक्रांति पर आयोजित किये जाने वाले उत्तरायणी मेले को भव्य रूप से मनाया जाएगा। इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। स्थानीय संस्कृति को प्रमुखता देते हुए प्रवासी उत्तराखंडियों को उत्तरायणी मेले से जोड़ा जाएगा।
मेले को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले, इसके लिए देश विदेश के पर्यटकों को बागेश्वर के उत्तरायणी मेले के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। बागेश्वर के उत्तरायणी मेले को पर्यटन मानचित्र पर लाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 दिसंबर को पूर्व ने प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के जन्म जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
अटल जी के जन्म जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। राज्य सरकार ने सुशासन के लिए अनेक महत्वपूर्ण पहल की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के अलग राज्य के रूप में निर्माण में अटल जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने राज्य के लिए विशेष औद्योगिक पैकेज की स्वीकृति देकर राज्य की मजबूत नींव रखी थी। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में राज्य में विकास के अभूतपूर्व काम हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह जी (Guru Govind Singh) महाराज के पुत्र साहिबजादा जोरावर सिंह (Sahibzada Zorawar Singh) और साहिबजादा फतेह सिंह (Sahibzada Fateh Singh) जी ने अपनी छोटी सी उम्र में धर्म की रक्षा के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया था। प्रधानमंत्री ने इस सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस (Vir Bal Divas) के रूप में मनाये जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में भी इस अवसर पर विशेष रूप से राज्य के विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
आईएएनएस/PT