“पैड वूमन” के नाम से मशहूर सोनामनी टुडू, भाजपा और टीएमसी को टक्कर देने उतरी चुनाव में

पढ़ाई में सोनामनी ने मनोविज्ञान में बीए और एमए की है। वह कॉलेज के समय से ही कई सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रही हैं। पंचायत चुनाव में विजयी प्राप्त करने के बाद अब माकपा ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। वह ग्रामीण इलाके में महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को लेकर काफी सक्रिय हैं, उन्होंने किशोर लड़कियों को सैनेटरी पैड के इस्तेमाल का तरीखा सिखाया।
Pad Women Sonamoni Tudu :इन्हें माकपा ने पश्चिम बंगाल के झारग्राम क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। (Wikimedia Commons)
Pad Women Sonamoni Tudu :इन्हें माकपा ने पश्चिम बंगाल के झारग्राम क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। (Wikimedia Commons)
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Pad Women Sonamoni Tudu : सुपर स्टार अक्षय कुमार की सुपर हिट फिल्म 'पैड मैन' में महिलाओं की मासिक धर्म की परेशानी को बहुत बखूबी से दिखाया गया है। यह फिल्म सामाजिक बदलाव के नजरिये से अहम साबित हुई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि असली जिदंगी में भी एक ऐसी महिला हैं जिसे लोग 'पैड वुमन' के नाम से पुकारते हैं। दरहसल, ये महिला पैड वूमन के साथ - साथ इस लोकसभा चुनाव में एक प्रमुख राजनीतिक दल की उम्मीदवार भी हैं।

कौन हैं पैड वूमन?

दरहसल, हम बात कर रहे हैं सोनामनी मुर्मू (टुडू)। इन्हें माकपा ने पश्चिम बंगाल के झारग्राम क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। आपको बता दें इस समय इस सीट पर भाजपा का कब्जा है। इस चुनाव में वह सीधे भाजपा और टीएमसी के उम्मीदवारों को टक्कर दे रही हैं। दरअलस, सोनामनी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। संयुक्त राष्ट्र की सामाजिक संस्था यूनिसेफ की ओर से वह आदिवासी लड़कियों के बीच सुरक्षित मासिक धर्म और पैड के इस्तेमाल को कई तरह के अभियान चलाती हैं वह पूरे इलाके में काफी लोकप्रिय भी हैं।

माकपा के टिकट पर अपने ससुराल में सोनामनी ने ग्राम पंचायत का चुनाव जीता(Wikimedia Commons)
माकपा के टिकट पर अपने ससुराल में सोनामनी ने ग्राम पंचायत का चुनाव जीता(Wikimedia Commons)

सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं सोनामनी मुर्मू

सोनामनी का जन्म झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में हुआ इसके फिर उनकी शादी हो गई और वह पुरलिया जिले के बंदोआन में आ गईं। उन्होंने झारखंड से स्कूल की पढ़ाई की फिर घटशिला कॉलेज से बीए किया। पढ़ाई में सोनामनी ने मनोविज्ञान में बीए और एमए की है। वह कॉलेज के समय से ही कई सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रही हैं। पंचायत चुनाव में विजयी प्राप्त करने के बाद अब माकपा ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। वह ग्रामीण इलाके में महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को लेकर काफी सक्रिय हैं, उन्होंने किशोर लड़कियों को सैनेटरी पैड के इस्तेमाल का तरीखा सिखाया।

बन गई माकपा की पंचायत सदस्य

माकपा के टिकट पर अपने ससुराल में सोनामनी ने ग्राम पंचायत का चुनाव जीता। वह अभी पंचायत सदस्य हैं। वह पंचायत सदस्य से सीधे लोकसभा चुनाव में उतर चुकी हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर सोनामनी ने कहा कि वह संसद में पहुंचकर आम लोगों के लिए काम करना चाहती हैं। वह भ्रष्टाचार और राज्य सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ लड़ना चाहती हैं। वह क्षेत्र के युवा वर्ग को शिक्षा तथा रोजगार दिलाना चाहती हैं।

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