यूपी (Uttar Pradesh) में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार जल्द ही प्रदेश के प्रमुख मंदिरों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध कराने जा रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इंटीग्रेटेड टेम्पल इनफार्मेशन सिस्टम यानी समन्वित मंदिर सूचना तंत्र विकसित किया जा रहा है, जिस पर मंदिर से जुड़ी सभी जानकारियां आनलाइन उपलब्ध हो सकेंगी।
प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Gov) प्रत्येक जिले के ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व के मंदिरों का चिह्नंकन करा उनके विकास की योजना तैयार कर रही है। भाजपा ने अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र मंदिरों से संबंधित घोषणा की थी। उसी को अमलीजामा पहनाने का कार्य शुरू किया जा रहा है।
इसी के तहत मंदिरों की इस योजना पर भी काम शुरू कर दिया गया है। लक्ष्य रखा गया है कि है इसे छह माह में पूरा कर लिया जाए। धर्मार्थ कार्य विभाग के निदेशक दीपक अग्रवाल ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों से इस सम्बंध में सभी मंदिरों की पूरी जानकारी मांगी गई है।
सूचना आते ही ही शीघ्र ऑनलाइन सिस्टम में प्रदेश के सभी प्रमुख मंदिरों की विशेषता, मान्यता, इतिहास, मार्ग आदि का ब्योरा अपलोड किया जाएगा। इन मंदिरों की जानकारी व रूट आनलाइन किए जाने से मंदिरों की विशेषता व रूट देखकर पर्यटक स्वयं वहां पहुंच सकेंगे।
सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा आनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली विकसित की जा रही है। जिसमें मंदिरों का विवरण उसके इतिहास एवं रूट पर जैसी जानकारी उपलब्ध कराए जाने के निर्देश हैं। उनकी अध्यक्षता में एक जनपदीय समिति बनाई गई है।
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जिसके द्वारा जनपद में स्थित पौराणिक महत्व के मंदिरों की सूची, उसका इतिहास तथा जनपद मुख्यालय से दूरी सहित जनपद में गुजरने वाले मार्गों से मंदिर स्थल की दूरी का विवरण संकलित किया जा रहा है। उधर सरकार महंत-पुजारियों के लिए कल्याण बोर्ड के गठन की भी तैयारी कर रही है।
आईएएनएस (LG)