
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Vladimir Zelensky) ने कहा कि रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Putin) शांतिवीरों से डरते हैं। उनका मानना है कि अगर एक बार युद्ध रुक गया तो फिर से युद्ध शुरू करना उनके लिए आसान नहीं होगा। यह सिर्फ सैनिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और वैश्विक दबाव की वजह से भी मुश्किल होगा। इसलिए पुतिन फिलहाल युद्ध जारी रखना चाह रहे हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि इस स्थिति को बदला जा सकता है। इसके लिए रूस पर और अधिक दबाव डालने की जरूरत है। उनका कहना है कि दबाव तभी असर करेगा जब रूस को युद्ध से नुकसान इतना हो कि वह अन्य विकल्प अपनाने के बारे में सोचे। उन्होंने कहा कि लंबी दूरी के हमले, कड़े प्रतिबंध, मोर्चे पर मजबूती और अपनी रक्षा करना दबाव बढ़ाने का तरीका है। साथ ही, शांतिपूर्ण पहल का समर्थन करना भी जरूरी है।
जेलेंस्की ने कहा कि जहां तक रूस के भीतर हमारे हमलों, यानी रूसी हमलों के जवाबों का सवाल है, सकारात्मक प्रगति हुई है क्योंकि अलग-अलग घटनाएं हुईं, और अब हम छिटपुट मामलों की बात नहीं कर रहे हैं। हम समझते हैं कि उस्त-लुगा और प्रिमोर्स्क अब हमारी पहुंच में हैं।
जेलेंस्की ने यह भी बताया कि यूक्रेन के लंबी दूरी के हमलों से रूस की ईंधन आपूर्ति में कमी आई है। अनुमान है कि रूस को अपने जरूरत के ईंधन का करीब 20% कम मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अनुमान 13 से 20% तक अलग-अलग हैं, लेकिन यह पुष्टि हो चुकी है कि यह कमी पहले से ही काफी ज्यादा है।
(BA)