ब्लॉग

कुंबले, राहुल 4 भाषाओं की मदद से कर रहे पंजाब की रणनीति तैयार

NewsGram Desk

By: कैसर मोहम्मद अली

बेंगलुरू के दो अनुभवी खिलाड़ी चार भाषाओं की मदद से किंग्स इलेवन पंजाब को आईपीएल का खिताब दिलाने की राणनीति बना रहे हैं। टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले और कप्तान लोकेश राहुल दोनों बेंगलुरू से हैं और न दोनों की मातृभाषा कन्नड़ है।

कुंबले और राहुल जब दोनों साथ होते हैं तो दोनों कन्नड़ बोलते हैं और जब बाकी लोग होते हैं तो इंग्लिश और हिंदी बोलते हैं। कुंबले अब थोड़ी बहुत पंजाबी भी सीख रहे हैं।

कुंबले ने मंगलवार को भारत के कुछ चुनिंदा पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राहुल को पहले से जानना उनके लिए फायदेमंद होगा।

उन्होंने कहा, "जान-पहचान होना मदद करता है। लेकिन जानने वाली भाषा बात करने का माध्यम है। मैं कुछ पंजाबी लड़कों के साथ पंजाबी भाषा में बात करने की कोशिश करता हूं और जितनी पंजाबी मुझे आती है तो उससे उनका मनोरंजन करने की कोशिश करता हूं। जाहिर सी बात है कि जब हम कुछ लोग होते हैं तो हम कन्नड़ बोलते हैं, लेकिन एक समूह में एक समान भाषा बोली जाती है जो हिंदी या इंग्लिश होती है।"

कुंबले ने कहा, "भाषा तो बातचीत करने का माध्यम है, खिलाड़ियों को अच्छे से जानना, सिर्फ राहुल नहीं, बल्कि अन्य लोगों को भी, उससे मदद मिलती है।"

कुंबले ने कहा कि राहुल का बीते कुछ सीजनों में पंजाब के साथ रहना टीम के लिए अच्छा साबित होगा।

लोकेश राहुल, किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान (KL Rahul, Twitter)

कोच ने कहा, "वह मुझसे बेहतर खिलाड़ियों को जानते हैं, क्योंकि वह फ्रेंचाइजी के साथ बीते दो साल से हैं। वह अधिकतर खिलाड़ियों के साथ अच्छे से खेले हुए हैं। वह काफी शांत हैं। वह एक कप्तान होने पर सभी छोटे-मोटी चीजों को समझते हैं।"

भारत के पूर्व कप्तान ने कहा है कि वह चाहते हैं कि वेस्टइंडीज के क्रिस गेल लीडरशिप ग्रुप में ज्यादा सक्रिय रहें।

उन्होंने कहा, "क्रिस का एक खिलाड़ी के तौर पर बड़ा रोल होगा। साथ ही लीडरशिप ग्रुप में भी उनका युवा खिलाड़ियों को बनाने में रोल रहेगा। वह करते हैं, लेकिन मैं उन्हें और ज्यादा सक्रिय होते देखना चाहता हूं। हर कोई उनकी तरफ देखता है।"

कुंबले ने कहा कि टीम के अनुभवी सपोर्ट स्टाफ से भी टीम को मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, "हमारे पास अच्छी सपोर्ट स्टाफ की टीम है। सपोर्ट स्टाफ के पास काफी अनुभव है और जानकारी भी, आईपीएल की भी है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का भी।"(आईएएनएस)

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर बाल गोपाल का आशीर्वाद पाने के लिए इस प्रकार करें पूजा

यदि चुनाव के दौरान ही किसी प्रत्याशी की हो जाए मौत, तब क्या होगा इसके बाद?

भारत के एक गांव को कहा जाता है धरती का चांद, यहां की खूबसूरती है स्वर्ग के समान

आजाद भारत का पहला अरबपति अपने कंजूस हरकतों के लिए था बदनाम

चंदा लेकर बनाई गई थी फिल्म “मंथन”, अब कान्स फिल्म फेस्टिवल में इसे किया जाएगा प्रदर्शित