निर्मल चंदर के निर्देशन में बनी ऑस्कर-नामांकित फिल्म 'मोती बाग' ने ऑल लिविंग थिंग्स, एनवायरनमेंटल फिल्म फेस्टिवल के दूसरे संस्करण में सर्वश्रेष्ठ भारतीय फीचर का पुरस्कार जीता है। ऑल लिविंग थिंग्स एनवायरनमेंटल फिल्म फेस्टिवल भारत का पहला और एकमात्र पर्यावरण सिनेमा आधारित त्योहार है।
ऑस्कर नामांकित निर्मल चंदर ने इस अवसर पर एएलटी ईएफएफ की टीम को ऐसा मंच बनाने के लिए बधाई दी, जो पर्यावरणविदों और फिल्म निमार्ताओं को पर्यावरण के लिए एकीकृत आवाज बनाने के लिए मिलकर काम करने की अनुमति देता है।
उन्होंने अपनी फिल्म के बारे में कहा, "ऐसी दुनिया में जहां अब सामग्री की कोई कमी नहीं है, कभी-कभी लोगों को आपके काम पर ध्यान देना मुश्किल होता है। अगर कोई पॉप संस्कृति को नहीं अपनाता तो लड़ाई और भी कठिन हो जाती। 'मोती बाग' कोई आसान प्रक्रिया नहीं थी। यह उत्तराखंड के गांवों की दुर्दशा का एक ईमानदार चित्रण है।"
वह खुश हैं कि एएलटी-ईएफएफ में जूरी ने उनके काम में विश्वास किया और दुनिया अब उनके ऑस्कर नामांकन के कारण इसके बारे में जानेगी। ऑस्कर नॉमिनी का कहना है कि इससे चीजें बहुत आसान हो जाती हैं।
इस वर्ष महोत्सव में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित फोटोग्राफर और फिल्म निर्माता माइकल स्नाइडर, छह बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता आनंद पटवर्धन और अमीन हाजी सहित एक महान जूरी शामिल हुई।
महोत्सव में 31 देशों की 44 फिल्में दिखाई गईं। ये सभी पर्यावरण, संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और अन्य संबंधित विषयों पर आधारित हैं।(आईएएनएस-MS)