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रूस-यूक्रेन युद्ध : अब तक क्या-क्या हुआ ?

NewsGram Desk

रूस(Russia) बीते तीन दिनों से यूक्रेन(Ukraine) में घुस कर हमले कर रहा है। इसमें राजधानी कीव भी शामिल है। इस समय यूक्रेन इस युद्ध भरी समस्या में अकेला पड़ गया है क्योंकि ना तो अमेरिका(USA) उसकी मदद कर रहा है और ना ही नाटो(NATO) देश। आलम ये हो गया है की यूक्रेन अपने नागरिकों को रुसी सेना का सामना करने के लिए तैयार कर रहा है।

रूस ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(United Nations Security Council) के एक प्रस्ताव को वीटो कर दिया, जिसमें यूक्रेन के खिलाफ देश की "आक्रामकता" की "कड़े शब्दों में" निंदा की गई थी। प्रस्ताव में अपने सैनिकों की तत्काल वापसी की भी मांग की गई थी। परिषद के 15 सदस्यों में से ग्यारह ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। चीन, भारत और यूएई ने परहेज किया।

संयुक्त राज्य अमेरिका और अल्बानिया द्वारा सह-लिखित प्रस्ताव का मसौदा अब 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा उठाए जाने की उम्मीद है।

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelensky) ने चेतावनी दी कि रूसी सैनिक सुबह होने से पहले कीव की राजधानी शहर पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने राष्ट्र के नाम एक वीडियो संबोधन में कहा, "यह रात दिन से ज्यादा कठिन होगी। हमारे राज्य के कई शहरों पर हमले हो रहे हैं।"

रूस यूक्रेन पर हर मामले में भारी पड़ रहा है लेकिन अभी तक यूक्रेन ने रूस के सामने हथियार नहीं डालें हैं। आक्रमण के पहले 24 घंटों में, रूस ने सीरिया में 8 वर्षों के युद्ध से अधिक सैनिकों को खो दिया, क्योंकि यूक्रेन ने रुसी सेना के आगे झुकने से मन कर दिया इसलिए रुसी मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Vladimir Putin) ने गुरुवार को अपने पूर्व सोवियत पड़ोसी देश पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू किया। सैन्य हमले में अब तक सैकड़ों यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं, जबकि 50,000 से अधिक अपने देश से भागने को मजबूर हैं।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, पिछले दो दिनों में 50,000 से अधिक यूक्रेनियन पहले ही देश छोड़कर भाग चुके हैं। रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 100,000 को आंतरिक रूप से विस्थापित माना जाता है, और कीव में, कई निवासियों ने अपने घरों को छोड़ दिया और शहर की मेट्रो प्रणाली में शरण ली।


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इसी बीच यूक्रेन में अफरातफरी का भी माहौल है और लोग बड़ी संख्या में देश से पलायन कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में इस्कॉन मंदिर मदद के लिए आगे आए हैं। यूक्रेन में 54 इस्कॉन मंदिरों ने शरणार्थियों के लिए अपने दरवाज़े खोले हैं, इन मंदिरों में ज़रूरतमंद फंसे हुए नागरिकों को भोजन और रहने के लिए आश्रय मिलेगा। मंदिर ने यूक्रेन में निकटतम मंदिर खोजने के लिए वेबसाइट भी लांच की है।

अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलेन्स्की ने भी रूस को खुली चुनौती दी है और जिस तरह से युद्ध में रुसी मृत्यु दर बढ़ती जा रही है इसे देख कर साफ़ लग रहा है की यूक्रेन जल्दी हार मानने वाला नहीं है।

इतने हमलों के बाद रूस का कहना है की यूक्रेन ने उन्हें मजबूर किया की वे उसपर हमला करे। यहां तक यूक्रेन ने बातचीत के सभी प्रस्तावों को ठुकरा दिया।

रूस के हमलो की वजह से यूक्रेन में इंटरनेट व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है ऐसे में दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलोन मुश्क यूक्रेन की मदद के लिए सामने आए हैं। एलोन मस्क ने स्टारलिंक उपग्रह को सक्रिय किया है। युद्ध प्रभावित देश में ब्रॉडबैंड यह यूक्रेनी मंत्री के एलोन से अनुरोध के 10 घंटे के भीतर आया।

Input-Various Source ; Edited By-Saksham Nagar

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