जब मुस्लिम आक्रांता ने हमारे देश भारत में आक्रमण किया था तो वह अक्सर एक कार्य जरूर करते थे। मंदिर तोड़ते थे और हमारे देवी देवताओं की मूर्तियां भी तोड़ते थे। एक और चीज धन भी लूट कर ले जाया करते थे। लेकिन कहीं ना कहीं अभी भी यह प्रवृत्ति जीवित है। हम लोग ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ इसी तरीके की घटना कानपुर में हुई है।
कानपुर जिले के बिल्हौर इलाके में एक मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियां तोड़े जाने की ख़बर है। जानकारी के मुताबिक भगवान हनुमान और मां दुर्गा की प्रतिमा को तोड़ा गया है। सोमवार को गुजेपुर रोड स्थित एक मंदिर में विनोद कटियार पूजा-अर्चना करने गए तो उन्हें भगवान हनुमान और देवी दुर्गा की मूर्तियां टूटी हुई मिलीं। उन्होंने बड़ी संख्या में वहां स्थानीय लोगों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद वे लोग बड़ी संख्या में वहां इकट्ठे हो गए। जिसके बाद से वहां पर तनाव का माहौल है।
इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। अंचल अधिकारी व तहसीलदार ने नई प्रतिमा स्थापित करने का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। अंचल अधिकारी (सीओ) राजेश कुमार ने बताया कि नई मूर्तियां लाई गई हैं और प्रतिमाओं की स्थापना सभी धार्मिक अनुष्ठानों के साथ की जाएगी। उन्होंने कहा, "मूर्तियों में तोड़फोड़ करने वाले बदमाशों को पकड़ने के लिए जांच की जा रही है।"
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इलाके में तनाव फैलते ही समाजवादी पार्टी की नेता रचना सिंह भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने हंगामा करने वाले दोषियों को गिरफ्तार कर नई प्रतिमा स्थापित करने की मांग की। खैर आज हम सभी को यह सोचना चाहिए आखिर किन लोगों को मंदिर में स्थापित देवी देवताओं की मूर्ति से कष्ट होता होगा। निष्कर्ष रूप में यही पाएंगे जिनकी सोच मुगल मुस्लिम आक्रांता जैसी होगी वही लोग ऐसा कर सकते हैं!
input : आईएएनएस ; Edited by Lakshya Gupta