Sholay फिल्म के लिए अमिताभ नही थे पहली पसंद

 (Wikimedia commons)

 

जय और वीरू 

मनोरंजन

Sholay फिल्म के लिए अमिताभ नही थे पहली पसंद, दूसरे एक्टर ने बस इतनी सी बात के लिए छोड़ दी थी फिल्म

आज भी लोग इस फिल्म को उतने ही शौक से देखते हैं जितना उस वक्त देखते थे। फिल्म के हर किरदार ने लोगों के दिलों पर एक अलग छाप छोड़ी थी।

न्यूज़ग्राम डेस्क, Poornima Tyagi

न्यूजग्राम हिंदी: 1975 में रिलीज हुई फिल्म शोले (Sholay) को कोई नहीं भूल पाता। क्योंकि इस फिल्म में बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। जब यह फिल्म आई थी तो लोग अपना सब काम छोड़कर इस फिल्म को देखते थे। यह फिल्म लोगों के दिलों में आज भी अपनी जगह बनाने में कामयाब हैं।

आज भी लोग इस फिल्म को उतने ही शौक से देखते हैं जितना उस वक्त देखते थे। फिल्म के हर किरदार ने लोगों के दिलों पर एक अलग छाप छोड़ी थी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपनी एक्टिंग के लिए लोगों की खूब तारीफें पाई थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रमेश सिप्पी (Ramesh Sippi) इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन को नहीं बल्कि किसी और एक्टर को कास्ट करना चाहते थे। जी हां, इस फिल्म के लिए पहली पसंद अमिताभ नही थे।

रिपोर्ट के अनुसार जब रमेश ने शोले फिल्म को बनाने का फैसला किया था तो वह जय के रोल के लिए अमिताभ को नहीं बल्कि बॉलीवुड के मशहूर एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) को लेना चाहते थे। लेकिन शत्रुघ्न ने यह ऑफर ठुकरा दिया और फिल्म में काम करने से मना कर दिया। उन्होंने इस फिल्म में काम करने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि वह दो हीरो वाली फिल्म में काम करने के इच्छुक नहीं थे। यही कारण था कि वह इस ऐतिहासिक मूवी का हिस्सा नहीं बन पाए।

बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की जोड़ी (instagram , Amitabh Bachchan)

जब सिन्हा ने फिल्म में काम करने से मना कर दिया तो दूसरे हीरो की तलाश होने लगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार धर्मेंद्र ने ही सिप्पी से अमिताभ बच्चन को फिल्म में लेने की सिफारिश की थी। उनकी बात मानते हुए सिप्पी ने जय के रोल के लिए अमिताभ को चुन लिया। और इसके बाद अमिताभ ने अपनी जबरदस्त एक्टिंग से जय को अमर कर दिया।

PT

ऋषि कपूर की 73वीं जयंती पर नीतू कपूर ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

शक्ति कपूर ने 'हीरो नंबर 1' के साथ मनाया 73वां जन्मदिन, बेटी श्रद्धा कपूर ने दिखाई झलक

नीति आयोग ने शुरू किया जिला और ब्लॉक स्तर पर 'ब्रेन हेल्थ इनिशिएटिव', 12 जिलों में पायलट प्रोग्राम

स्वतंत्रता से सत्ता तक: सत्येंद्र नारायण सिन्हा का सियासी सफर बेमिसाल, राजनीति में बनाई खास पहचान

असम ओलंपिक संघ ने 'भोगेश्वर बरुआ' राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार की शुरुआत की