प्रसिद्ध फिल्म निर्माता इम्तियाज अली (Imtiaz Ali) ने सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सूफी रंग महोत्सव (International Sufi Rang Festival) (आईएसआरएफ) के समापन समारोह में बोलते हुए फारसी सूफी कवि जलालुद्दीन रूमी के प्रसिद्ध दोहे का उपयोग करते हुए कहा, जो आप चाहते हैं वह आपको ढूंढ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय सूफी रंग महोत्सव का समापन शुक्रवार को अजमेर में हुआ। वास्तव में यह शाहरुख खान अभिनीत फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' की टैगलाइन थी, जो अली द्वारा लिखित और निर्देशित एक रोमांटिक फिल्म है। अली ने कहा, सिनेमा आज सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली कला रूपों में से एक है, जिसने रहस्यमय संगीत के माध्यम से सूफीवाद के सार्वभौमिक मूल्यों के प्रसार में काफी योगदान दिया है।
अली के संबोधन के बाद प्रशंसित गायक मोहित चौहान (Mohit Chauhan) ने उनकी फिल्म 'रॉकस्टार' के हिट नंबर 'ओ नादान परिंदे घर आ जा' का गायन किया। यह उत्सव न केवल सूफी कलाकारों और सुलेखकों को, बल्कि लेखकों, पत्रकारों, फिल्म निमार्ताओं और संगीतकारों को भी एक साथ लाया।
अजमेर शरीफ के हाजी सैयद सलमान चिश्ती द्वारा परिकल्पित आईएसआरएफ की मेजबानी और आयोजन पिछले 15 वर्षों से चिश्ती फाउंडेशन (Chishty Foundation) द्वारा अजमेर शरीफ दरगाह (Khwaja Gharib Nawaz Dargah Sharif) में 800 साल पुराने प्रांगण के अंदर किया जा रहा है, जिसे महफिल-ए-समा (Mehfil E Sama) खाना (आध्यात्मिक ऑडिशन हॉल) के रूप में जाना जाता है।
(आईएएनएस/HS)