68वां नेशनल फिल्म अवॉर्डस (National Film Awards) शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया। इसमें फिल्मी जगत की हस्तियों को अलग-अलग कैटेगरी में अवॉर्डस दिए गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी को अपने हाथों से सम्मानित किया। इस अवार्ड समारोह में बीते जमाने की मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। वहीं अभिनेता अजय देवगन को फिल्म तन्हाजी द अनसंग वॉरियर और सूर्या को फिल्म सोरारई पोटरु के लिए संयुक्त रूप से बेस्ट एक्टर का अवार्ड दिया गया। इस बार के नेशनल फिल्म अवार्ड में दक्षिण भारत की फिल्मों का बोलबाला रहा।
बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म के लिए सोरारई पोटरु को तो वहीं बेस्ट अभिनेत्री का पुरस्कार अपर्णा बालमुरली को साउथ की फिल्म के लिए दिया गया। इसके अलावा अलग अलग कैटेगरी में ये सम्मान अन्य फिल्मी हस्तियों को भी प्रदान किए गए हैं। जुलाई में नेशनल फिल्म अवार्ड देने की घोषणा की गई थी। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अलावा केंद्रीय सूचना और प्रशासन मंत्री अनुराग ठाकुर भी उपस्थित थे।
जिन फिल्मों और कलाकारों को ये पुरुस्कार मिला उनमें प्रमुख हैं:
1. सर्वश्रेष्ठ अभिनेता - अजय देवगन (तानाजी द अनसंग वॉरियर)
2. सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म - तुलसीदास जूनियर
3. सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री - अपर्णा बालमुरली (सोरारई पोटरु के लिए)
4. सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता - बीजू मेनन (एके अय्यप्पनम कोशियुम के लिए)
5. सर्वश्रेष्ठ निर्देशक - मलयालम निर्देशक सच्चिदानंदन केआर (अय्यप्पनम कोशियुम)
6. सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री - लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली (शिवरंजिनियम इनुम सिला पेंगलम फिल्म के लिए)
7. स्पेशल मेंशन जूरी अवार्ड- बाल कलाकार वरुण बुद्धदेव
8. सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य - मध्य प्रदेश
9. विशेष उल्लेख राज्य - उत्तराखंड और यूपी
10. सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन पुरस्कार - लॉन्गेस्ट किस
11. सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म - सोरारई पोटरु
12. सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म - तन्हाजी द अनसंग वॉरियर
13. सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायिका महिला - नंचम्मा (अयप्पनम कोशियुम के लिए)
14. सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायक पुरुष - राहुल देशपांडे (मराठी फिल्म आई एएम वसंतराव के लिए)
15. सर्वश्रेष्ठ गीत - मनोज मुंतशिर (साइना के लिए)
16. आशा पारेख- दादा साहब फाल्के पुरस्कार
इस मौके पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत पोस्ट प्रोडक्शन हब बना है, जल्दी ही कांटेक्ट हब भी बनेगा। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सिनेमा समाज को जोड़ने और राष्ट्रनिर्माण का साधन है। ये भारत की संस्कृति को भी प्रदर्शित करता है।
गौरतलब है कि ये नेशनल फिल्म अवॉर्डस 2020 के लिए दिए गए हैं। कोरोना और फिर लॉकडाउन के कारण यह समारोह पहले नहीं हो पाया था। हर साल यह कार्यक्रम फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा आयोजित किया जाता है। जो कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
(आईएएनएस/HS)