साधु ने शरीर पर उगाए ज्वारे Wikimedia
त्यौहार

ऐसी भक्ति नही देखी शरीर पर उगाए ज्वारे

एक साधु ने अपने शरीर पर उगाए ज्वारे और नौ दिन की समाधि ले ली। रोज हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने को पहुंच रहे है।

न्यूज़ग्राम डेस्क, Poornima Tyagi

आज हम आपको भक्ति की एक ऐसी कहानी बताएंगे जिसको आपको न कभी देखा होगा न कभी सुना होगा। मामला आगरा (Agra) के फतेहाबाद (Fatehabad) के पातालेश्वर मंदिर (Pataleshwar Temple) का है। जहां पर आस्था की पराकाष्ठा के मामले ने सबको हैरान कर दिया है। हुआ यूं कि एक साधु ने अपने शरीर पर उगाए ज्वारे और नौ दिन की समाधि ले ली। रोज हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने को पहुंच रहे है। इन दिनों साधु 9 दिन तक बिना अन्न भोजन माता की भक्ति में लीन है

पातालेश्वर हनुमान मंदिर फतेहाबाद के सारंगपुर रोड (Sarangpur Road) स्थित रेलवे लाइन के नजदीक बना हुआ है जहां पर नवरात्रि के अवसर पर साधु कुलदीप गिरी ने माता की भक्ति की एक अनोखी मिसाल पेश की है।

उन्होंने भक्ति में लीन होकर अपने शरीर पर ज्वारे उगा रखे हैं। उन्होंने 9 दिन के लिए अन्न जल का त्याग कर पूरी तरह समाधि ले ली है। वह एक अनोखे अंदाज में माता की आराधना में लीन हैं। उनके साथ रह रहे साधुओं से पता चला है कि साधु कुलदीप गिरी हर शारदीय नवरात्रि पर इसी तरह अपने शरीर पर ज्वारे उगाते हैं और 9 दिन तक माता की भक्ति में लीन रहते है।

पातालेश्वर गुफा

स्वयं साधु कुलदीप गिरी (Kuldeep Giri) ने कहा कि वे इस तरह की साधना विश्व के कल्याण की कामना को लेकर करते है। जब नवरात्रि की पूजा संपन्न हो जाती है तो वे इन ज्वारों का विसर्जन गंगा नदी में कर देते है। मंदिर में माता का पंडाल भी सजाया गया है, पंडाल में बड़ी संख्या में भक्तगण पहुंच रहे है।

(PT)

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